छत्तीसगढ़

किसानों के पैसों पर भी कांग्रेस सरकार की बुरी नजर है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा में उठाया किसानों के राशियों का मुद्दा।

किसानों के पैसों पर भी कांग्रेस सरकार की बुरी नजर है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा में उठाया किसानों के राशियों का मुद्दा।

 

भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
बिलासपुर/बिल्हा-
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा में जिला सहकारी कॉपरेटिव बैंक ब्रांच तोरवा में किसानों के लगभग करोड़ो रुपयों के घोटाले को लेकर सरकार पर सवाल उठाया इस दौरान उन्होंने कहा कि जिला सहकारी कॉपरेटिव बैंक ब्रांच तोरवा में किसानों के लगभग करोड़ो रुपयों के घोटाले हुए है यानी वहां के अधिकारी जो किसानों के खातों में जमा राशि को गबन कर गये। इसके बावजूद ना तो बैंक के अध्यक्ष जांच करवा पाए, ना ही वहां बैठे सीइओ उस पर कार्यवाही करवा पाए केवल एक एफआईआर लिखवाया गया उसके बाद जिम्मेदार व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया और जमानत के बाद वे बहार भी आगये लेकिन जो किसानों की राशि थी उसका कोई अता-पता नहीं है।

उन्होंने कहा की जिला सहकारी बैंक को किसानों का बैंक कहा जाता है लेकिन जब उसी बैंक में ही किसानों की राशि सुरक्षित नहीं है तो किसान किस पर विश्वास करेंगे। आज किसान अपने पैसों के लिए जगह-जगह आवेदन दे रहे है, धरना प्रदर्शन कर रहे है केवल छ: किसानो की राशि वापस आयी है अन्य सैकड़ों किसानों की राशि की जानकारी किसी को नही है इसी को लेकर विधानसभा परिसर में प्रश्न उठया गया था और प्रदेश की सरकार को सुनिश्चित करने कहा कि किसानों की राशि कब तक वापस करायी जायेगी। जिस पर ग्रामीण विकास मंत्री रविन्द्र चौबे ने अपने जवाब में कहा में कहा कि तीन महीनों में जांच पूर्ण करवाई जाएगी और इसके बाद सभी किसानों का पैसा वापस कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि कॉपरेटिव बैंक में इस प्रकार घोटाले होंगे तो जनता का बैंक पर से विश्वास घटेगा। दुर्ग जिले में इसी प्रकार की घटना हुई थी और अभी बिलासपुर में जो घटना घटी है देखकर लगता है कि किसानो की कांग्रेस सरकार कोई चिंता एवं मतलब नहीं है।

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