स्वास्थय सुरक्षा प्रदान करना चिकित्सक का धर्म है और इसमें उपेक्षा या लापरवाही कर्तव्य विमुखता है
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स्वास्थय सुरक्षा प्रदान करना चिकित्सक का धर्म है और इसमें उपेक्षा या लापरवाही कर्तव्य विमुखता है, यह बात राष्ट्रीय मानव अधिकार एवं समाजिक
न्याय आयोग के सदस्यों के द्वारा विश्व सामाजिक न्याय दिवस के उपलक्ष्य में स्थानीय चिकित्सालय में जरूरतमंद मरीजों के इलाज में बरती जा रही अव्यवस्था को देख कर कहा।
साथ ही आज सभी मानव अधिकार कार्यकर्ताओं ने चिकित्सालय की अव्यवस्था को लेकर जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना को ज्ञापन देकर चिकित्सा एवम स्वास्थ्य सुबिधाओं में अव्यवस्था का आलम जैसे चिकित्सक कक्ष में न ही नाम पट्टिका है और न ही सेवा समय लिखित है साथ चिकित्सक एवम सहायकों का परिचय पत्र भी नजर नहीं आया जिससे मरीज को हो रहे भारी तकलीफ को शीघ्र दूर करने का आग्रह किया ताकि पूरे पारदर्शिता के साथ जरूरतमंद को सही व सुलभ इलाज हो सके। आज इस अवसर पर मानव अधिकार एवं समाजिक न्याय आयोग के जिलाध्यक्ष महेंद्र बरेठ, उपाध्यक्ष द्वय प्रेमलाल गबेल, पालूराम चंद्र, सचिव रेवतीनंदन पटेल आदि पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी रही।