छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने सुदूर वनांचल बैगा आदिवासी क्षेत्र के ग्राम मुड़घुसरी और लरबक्की के आदिवासी कन्या, बालक आश्रम और स्कूल का किया औचक निरीक्षण

कलेक्टर ने सुदूर वनांचल बैगा आदिवासी क्षेत्र के ग्राम मुड़घुसरी और लरबक्की के आदिवासी कन्या, बालक आश्रम और स्कूल का किया औचक निरीक्षण

कलेक्टर ने छात्रावास, स्कूल में बच्चों के साथ किया भोजन, परखा भोजन की गुणवत्ता

कवर्धा 15 फरवरी 2023। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने आज सुदूर वनांचल बैगा आदिवासी क्षेत्र बोड़ला विकासखंड के ग्राम मुड़घुसरी और लरबक्की के आदिवासी कन्या, बालक आश्रम और स्कूल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रावास और स्कूलों में पहुंचकर बच्चों से बातचीत कर वहां मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। कलेक्टर ने बच्चों के शयन कक्ष, शौचालय, रसोई, भोजन कक्ष, अध्ययन कक्ष, पेयजल व्यवस्था का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बच्चों के साथ बैठकर भोजन किया और भोजन की गुणवत्ता परखा। उन्होंने छात्रावास अधीक्षिका से कुल बच्चों की जानकारी ली। कलेक्टर श्री महोबे ने कहा कि आश्रम में बच्चों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए। उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नही होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने लरबक्की के छात्रावास में शौचालय को साफ करने और मुड़घुसरी में रनिंग वाटर चालू करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री महोबे ने बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध रहे। मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। लरबक्की के छात्रावास अधीक्षिका ने बताया कि यहां किचन गार्डन बनाया गया है। यहां उत्पादित सब्जी को बच्चों को खिलाया जाता है। कलेक्टर ने सराहना करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छी पहल है। इस दौरान उन्होंने बच्चों के गणवेश, उसकी सफाई, खेल सामग्री सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के उचित दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान बोड़ला एसडीएम श्री संदीप ठाकुर उपस्थित थे।

कलेक्टर ने छात्रावास, स्कूल में बच्चों के साथ किया भोजन, परखा भोजन की गुणवत्ता (फोटो- 06 )

कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ग्राम मुड़घुसरी और लरबक्की के आश्रम का निरीक्षण करने के बाद भोजन की गुणवत्ता का अवलोकन करने किचन में पहुंचे। उन्होंने रसोईया से प्रति दिन बनने वाले खाने की जानकारी ली और किचन में उपलब्ध खाद्य सामग्री की जांच की। इस दौरान कलेक्टर ने खाने की गुणवत्ता को परखने के लिए स्वयं बच्चों के साथ भोजन किया। कलेक्टर के साथ भोजन करने का बच्चों में नया उत्साह था। भोजन करने से पहले सभी बच्चों ने सामूहिक रूप से भोजन मंत्र का उच्चारण भी किया। कलेक्टर बच्चों के गतिविधियों से प्रभावित हुए। उन्होंने भोजन के दौरान सहजता से बच्चों से बातचीत कर प्रतिदिन मिलने वाली भोजन, नाश्ता के बारे में जानकारी ली। बच्चों ने बताया कि सुबह नाश्ता में पोहा, चना, बिस्किट, नमकीन दिया जाता है और भोजन में चावल, दाल, सब्जी, पापड़ खाते है। कलेक्टर ने भोजन करने के बाद कहा कि खाने की गुणवत्ता अच्छी है। भोजन में अचार और विभिन्न प्रकार के पौष्टिक सब्जी भी खिलाए। साथ ही बच्चों को निर्धारित मात्रा में दाल देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आश्रम में भोजन करने के बाद रसोइया को भुगतान भी किया।कलेक्टर आश्रम, स्कूल के बच्चों के जवाब सुनकर हुए प्रभावित

बच्चों ने अंग्रेजी, पहाड़ा और गणित के सवालों को ब्लैक

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