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स्वाभिमान मंच ने पवन दीवान, चन्दूलाल व ताराचंद को किया याद

दुर्ग। छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने तीर्थराज पैलेस में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण आंदोलन के अग्रणी नेता स्व. पवन दीवान, स्व. चंदूलाल चंद्राकर और छत्तीसगढिय़ा स्वाभिमान के लिये त्याग और बलिदान देने वाले स्व. ताराचंद साहू के जन्मदिन को स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य बनाने और छत्तीसगढिय़ों का राज स्थापित करने के लिए उनके योगदान का स्मरण किया गया। कार्यक्रम में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए वयोवृद्ध छत्तीसगढिय़ा नेता कुंजराम साहू ने 1964 से लेकर आज तक के छत्तीसगढ़ी आंदोलन के इतिहास की जानकारी देते हुए कहा कि स्व. पवन दीवान और स्व. चंदुलाल चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य बनने के पूर्व ही उनका निधन हो गया, इसी प्रकार स्व. ताराचंद जी साहू ने स्वाभिमान जगाने और छत्तीसगढिय़ा राज स्थापित करने के लिए छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच का गठन करके अभियान चलाया किंतु अभियान को मंजिल तक पहुंचाने के पूर्व उनका भी निधन हो गया, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष राजकुमार गुप्त ने कहा कि इस बार राज्य में परदेशिया राज का पतन अवश्य हुआ है लेकिन छत्तीसगढिय़ा राज स्थापित नहीं हुआ है, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री छत्तीसगढिय़ा जरूर है लेकिन सिर्फ इससे ही छत्तीसगढिय़ा राज स्थापित नहीं हो जाता। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नरवा, घुरवा, गरूवा की बात करते हैं लेकिन उनका नेरवा छत्तीसगढ़ में है तो गेरवा दिल्ली के खूंटे से बंधा हुआ है और उनके मर्जी के बिना कुछ भी नहीं कर सकते हैं। कार्यक्रम में गुलाब देशमुख, प्रमोद पवांर, पुरुषोत्तम, बालकृष्ण साहू, बल्देव साहू, सुधेन्दु, रजा अहमद, बीजू जानसन, गज्जू महाजन, अशोक राजपूत आदि उपस्थित थे।

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