खोखरा आदर्श गौठान के सामने फिर से सजने लगी अवैध चखना दूकानें, बेजाकब्जा धारी हुए बेखौफ,क्या जिला प्रशासन करेगा कार्रवाई
जांजगीर चांपा – जांजगीर चांपा जिला मुख्यालय से लगे ग्राम खोखरा में इन दिनों बेजकब्जाधारियों के हौसले बुलंद हैं,आदर्श गौठान के सामने शासकीय जमीन में बेधड़क अवैध निर्माण कार्य करते हुए चखना सेंटर संचालित किया जा रहे हैं। शासकीय जमीन में मिट्टी भी पाटने का काम जोरों पर हैं। राजस्व विभाग मौन साधा बैठा हुआ है लिहाजा अराजकता की स्थिति निर्मित हो गई है।
जिस जगह की हम बात कर रहे हैं वह जगह खोखरा भड़ेसर मोड़ के पास आदर्श गौठान की हैं जहां आदर्श गौठान व धान खरीदी केंद्र के साथ ही साथ शमशान घाट भी हैं। बेजा कब्जा कर चखना दुकान संचालित होने के कारण गौठान के समूह की महिलाओं को परेशानी हो रही है।
अब ये सवाल खड़े होने लगे हैं कि इन बेजाकब्जा धारियों को संरक्षण कौन दे रहा है।एक समय ऐसा था कि शासकीय जमीन में लोग कब्जा करने के नाम से डरते थे लेकिन अब बेखौफ होकर अपनी मनचाही जगह पर कब्जा कर अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। जिसके चलते जिला मुख्यालय के आसपास के कई गावों में अतिक्रमण की होड़ मची हुई हैं। जिम्मेदार राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में है।अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में प्रशासन को शासकीय कालेज स्कूल,हॉस्पिटल सहित अन्य शासकीय कार्यालय के लिए जमीन मिलना मुश्किल हो जाएगा। इसके पहले भी यहां भेजा कब्जा कर चखना दुकान संचालित होने की शिकायत जिला प्रशासन से की गई थी । तब प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर तत्काल बेजाकब्जा हटाने की कार्रवाई की गई थी। कुछ समय गुजरने के बाद फिर से यहां बेजाकब्जा कर चखना दुकान संचालित किया जा रहा है। देखना ये होगा की प्रशासन क्या रुख अपनाती है,
*बाक्स में*
पूर्व 2022 के सितंबर माह में जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन में जांजगीर तहसील के ग्राम खोखरा में शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाया गया था,एसडीएम मेनका प्रधान,तहसीलदार अतुल वैष्णव और राजस्व विभाग के कर्मचारियों की टीम गठित कर इनके द्वारा यह कार्रवाई की गई थी ज्ञात हो कि खोखरा गोठान के निकट शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान बनाकर और चखना सेंटर संचालित किया जा रहा था। कलेक्टर ने इसे संज्ञान में लेते हुए अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे। उनके निर्देश पर तहसीलदार जांजगीर द्वारा संबंधितों को विधिवत बेदखली आदेश जारी करने के बाद शासकीय भूमि को जमींदोज कर अतिक्रमण मुक्त कराया गया था , लेकिन अब और बेजकब्जा धारियों के हौसले अब भी बुलंद हैं ,