आदिवासी समाज के खिलाफ फेसबुक मे कमेन्ट करने वाले को पुलिस ने भेजा जेल

कोंडागांव। पिछले दिनों 15-9-19 दिन रविवार को टिवेन्र्द (करन) कोसल, गांव कोकोडी जिला कोंडागांव के द्वारा फेसबुक के सीजीपीएससी नामक पेज पर वी.अभिनव पाण्डे के द्वारा राज्य मे ओबीसी वर्ग को मिलने वाले 27%आरक्षण के सम्बन्ध में पोष्ट किया गया था। जिसमे टिवेन्र्द कोसल ने अपने फर्जी फेसबुक एकाउंट जो कि करन कोसल नाम से बना कर रखा है, उसी एकाउंट से एसटी, एससी, ओबीसी, समाज के लोगो के आरक्षण को लेकर जातिगत गाली गलोज कमेन्ट किया गया था। जिससे आहत हो कर समाज के लोगो ने विभिन्न जिलों मे कार्यवाही हेतु प्रशासन को अवगत कराया जिसमे कंकेर, जगदलपुर, कोण्डागाव, जिले से भी आदिवासी युवा प्रभाग के द्वारा कार्यवाही की मांग की गई थी।
जिस पर दिनांक 17-9-19 दिन मंगलवार को बेनुर थाना टी आई नरेश देशमुख, प्रहलाद साहु के द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये टिवेन्र्द करन कोसल को गिरफ्तार कर बेनूर थाना लाया गया। सूचना मिलने पर समाज के सभी सदस्य द्वारा थाना बेनुर पहुंच कर एफआईआर करा के पुलिस ने करन कोसल को नारायणपुर जेल भेज दिया गया है। इस पूरी कार्यवाही के दौरान समाज के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।
इस पूरी घटना के बारे युवा प्रभाग जिला अध्यक्ष यतींद्र छोटू सलाम का कहना है, कि किसी भी समाज के बारे मे ऐसा बोलना बीना जानकारी के गलत और अशोभनीय है सभी समाज का एक अपना अस्तित्व है और हम समाज के लोग उसी अस्तित्व का सम्मान करते हुए इतने सालों से बस्तर में बहुत ही सहौद्र पूर्ण तरीके से सभी जाति धर्म के लोगों के साथ भाई चारे के साथ जीवनव्यापन कर रहे हैं। परंतु कुछ असामाजिक लोग हमारी भावनाओं को निरंतर भड़काने का प्रयास करते रहते हैं,ऐसे आसमाजिक तत्वों के द्वारा सोशल मीडिया पर समाजिक दंगो को बढ़ावा देना सभी समाज के लिए खतरा है। इस तरह सोशल मीडिया पर किसी भी समाज पर गलत टिप्पणी करने वाले पर चाहे वो किसी भी समाज का हो कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। ऐसे असामाजिक तत्वों के लोग किसी समाज समुदाय के हिस्सा नहीं हो सकते ऐसे लोगों के लिए मै सभी समाज के लोगों से आग्रह करता हुं की ऐसे आसमाजिक तत्वो को चिन्हित कर समझाईस दी जाये ताकि भविष्य में किसी समाज विशेष के उपर किसी भी प्रकार का अशोभनीय, अभद्र टिप्पणी ना कर सके। इस संवेदनशील मामले पर प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए कार्यवाही की जिसके लिए प्रशासन को सर्व आदिवासी समाज बहुत-बहुत धन्यवाद देता है।