गोलीकांड की आज़ 39-वीं बरसीं पर होगी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
24 सितम्बर , 1983 चांपा की चरमराती पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग पर निहत्थे नागरिकों पर चलाई गई थी गोलियों की बौछार
राजकिरण दुग्गड़ से होती हैं चांपा की पहचान,
जनसुविधाओं के लिए लुटा दी जिसने अपनी जान!
जल की कमी से लड़ने की थी जिसने अगुवाई,
आज के दिन शासन-प्रशासन से लड़कर जिसने गोली खाई!
आज के दिन यह कर्म यादगार आंखें सब भर आई,
श्रद्धांजली देते हैं हम-सब मिलकर भाई और बहन !
आज से उन्तालीस वर्ष पूर्व यानी कि ठीक 24-सितंबर,1983 की घटना। बिजली-पानी औरसड़क मरम्मत जैसी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे निहत्थे और शांतिप्रिय नागरिको की भीड़-भाड़ पर पुलिस-कर्मिर्यों द्वारा गोली चालाने से राजकिरण दुग्गड़ की मृत्यु हो गई थी । पुलिस कर्मियों की इस बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज , अश्रुगैस और लगातार गोलियों की बौछार से सैकड़ो लोग हृताहत हुए थे । कई लोगों को अपंगता का शिकार भी होना पड़ा था । पुलिस कर्मियों की हैवानियत का शिकार 18-वर्षीय नवयुवक राजकरण दुग्गड़ को गोली लगने से शहीद होना पड़ा था । जनसमस्याओं के खातिर आंदोंलन में शामिल दर्जनों लोगों पर पुलिस कर्मियों के द्धारा आपराधिक धारा भी लगाया गया था , जिसके कारण उन्हें वर्षों तक पेशी के चक्कर काटने पड़े थे । इन्ही यादों को संजोए चौबीस सितंबर के दिन को शहीद राजकिरण दुग्गड़ की स्मृति में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी “राजकिरण आयोजन समिति” ने 24 सितंबर, 2022 को पुलिस थाना के पास स्थित: राजकरण दुग्गड़ उघान, चांपा में श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया हैं । जिस जन-समस्याओं को लेकर शहीद राजकरण दुग्गड़ ने अपने प्राणों को न्यौछावर किया था उसके शहादत पर सम्मान व्यक्त करते हुए गिने चुने लोग ही जनसभा में मौजूद रहते हैं । चांपा नगर की पेयजल व्यवस्था की मांग करने वालों में डांक्टर रमाकांत सोनी, पूर्व नपाध्यक्ष रामचरण सोनी , प्रदीप नामदेव , कैलाश चन्द्र अग्रवाल , अमरनाथ सोनी , रामरतन सोनी सहित अन्यान्य लोग आज़ भी उस घटना को याद करके भावविह्वल हो जाते हैं । उनके ज़ेहन में वह घटना आज़ भी ताज़ी हैं । डांक्टर रमाकांत सोनी ने बताया कि 24 सितम्बर , 1983 को तत्कालीन नगरीय प्रशासन से चांपा में पानी की चरमराती पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग पर निहत्थे नागरिकों पर तत्कालीन प्रशासन द्वारा गोली चालन किया गया। परिणामस्वरूप 18-वर्षीय राजकरण दुग्गड़ की मृत्यु एवं 24- लोग गोली लगने से घायल हुए । तत्कालिन प्रशासन द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवम् सिपाहियों की प्रथम सूचना रिपोर्ट पर 47 नागरिकों पर आपराधिक जुर्म क़ायम कर उन पर आठ साल तक अलग-अलग पांच प्रकरण बनाकर उन्हें पेशी में दौड़ाया गया । 90-वयोवृद्ध सूक्ष्मदर्शी पूर्व नपाध्यक्ष रामचरण सोनी की आंखों में उस घटना के संबंध में पूछे जाने पर भावविह्वल हो गए और उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं की त्रासदी का झेल आज़ भी हमारे चांपा शहर के लोगों को झेलना पड़ रहा हैं । चांपा नगर की जनता-जनार्दन को लगातार छला जाता हैं और नगर के सर्वांगीण विकास में रोड़े अटकाए जाते रहे हैं अब तो यह छलावा बंद होना चाहिए। जिला प्रशासन , सांसद, विधायक और नगरपालिका अध्यक्ष व मुख्य नगरपालिका अधिकारी चांपा नगर के विकास के प्रति उदासीन रवैया को छोड़कर विकासात्मक रवैया अपनाए।
समाजसेवी एवं अक्षर साहित्य परिषद के संरक्षक कैलाश चन्द्र अग्रवाल ने भी बीते उन्नतालीस वर्ष की घटनाक्रम का जिक्र करते हुए बताया जनाधिकार संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित चांपा नगर की बाधित पेयजल आपूर्ति और बिजली की आंख मिचौली को लेकर आक्रोशित जनता जनार्दन ने बेहद शांति पूर्ण तरीके से ज्ञापन सौंपा और इसके पश्चात् भी समस्याओं का निराकरण नही किये जाने से सब लोग परेशान थे । समिति ने जब पेयजल संकट के बारें में अधिकारियों को बताया तो अधिकारी उल्टे-सीधे तर्क देकर जनता-जनार्दन को दिग्भ्रमित करने का कार्य करते रहे । कैलाश चन्द्र अग्रवाल जी ने यह भी बताया कि एक प्रशासनिक अधिकारी ने तो पानी के बदले अपनी पत्नी के मूत्र पीलो कहने पर लोग आक्रोशित हो गए और नगर की जनता पुलिस थाना का घेराव करने पहुंच गई । पानी के बदलें में लोगों को गोलीबारी मिली और शांतिपूर्ण तरीके से मांग करने वालों के ऊपर अश्रुगैस के गोलें दागें गए । होनहार नवयुवक राजकरण दुग्गड़ की मृत्यु हो गई । कई लोग अपंगता के शिकार हुए और बेगुनाह लोगों को पुलिस की हैवानियत का शिकार होना पड़ा। अपने प्राणों का बलिदान करने वाले राजकिरण दुग्गड़ को नमन। नगरपालिका अध्यक्ष जय कुमार थवाईत और नपा उपाध्यक्ष हरदेव देवांगन ने नगर की मूलभूत समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन देते हुए पुरानी घटनाओं को स्मरण किया । नगर की जनभावनाओं का आदर करते हुए पूर्व पार्षद कृष्णा देवांगन ने शिलालेख पट्टिका और सौंदर्यकरण कर लोगों को इस दिवस को यादगार बनाने के लिए 24 सितम्बर 2022 को आमंत्रण-पत्र भेजा हैं । उन्होंने चांपा नपाध्यक्ष जय थवाईत एवं उपाध्यक्ष हरदेव देवांगन से राजकिरण उद्यान के सौंदर्यीकरण और स्थल को विकसित करने का निवेदन किया हैं । ज्ञातव्य हैं कि राष्ट्रीय पत्रकार मोर्चा के जनसहयोग द्धारा स्थापित राजकिरण दुग्गड़ की प्रतिमा का निर्माण मात्र 7000 रुपए की लागत से वह भी जनसहयोग से नगर के मूर्तिकार किशन राव ने किया था । जिसका अनावरण पत्रकार कृष्णा डागा ने किया था। पूर्व पार्षद कृष्णा देवांगन ने अपने स्वयं के व्यय पर शिलालेख पट्टिका का निर्माण करवाया , जिसका अनावरण समाजसेवी कैलाशचंद्र अग्रवाल , नपाध्यक्ष जय थवाईत , उपाध्यक्ष हरदेव देवांगन ने गत वर्ष 2021 को किया था । इस अवसर पर आयोजित समारोह में राजकरण दुग्गड़ स्मृति समारोह के अध्यक्ष कार्तिकेश्वर स्वर्णकार , संयोजक सुधीर बाजपेई , मूर्ति के व्यवस्थापक , प्रख्यात पत्रकार अनंत थवाईत , कुलवंत सिंह सलूजा, मूलचंद देवांगन, शैलेष शर्मा, कृष्णा देवांगन, इब्राहिम मेमन, प्रदीप नामदेव , राजेश अग्रवाल, शशिभूषण सोनी, पार्षद श्रीमति गीता केशव सोनी , संतोष कुमार दुबे, राजेश कुमार, पप्पू थवाईत, अन्नपूर्णा देवी सोनी, श्रीमति संगीता पाण्डेय, श्रीमति शांता गुप्ता , श्रीमति शशिप्रभा सोनी डॉ रमाकांत सोनी, शिवराम ,विजय कुमार , पिताम्बर अग्रवाल, अखिलेश कोमल पांडेय ,गणपति राव सहित अन्यान्य लोग उपस्थिति थे ।