*भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत के एक विशिष्ट विद्वान को हमने खो दिया:- योगेश तिवारी *
*(स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने पर किसान नेता ने शोक प्रकट किया)*
बेमेतरा:- शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने के बाद से सनातन धर्म के अनुयायियों में शोक की लहर है। उनके अनुयायी और किसान नेता योगेश तिवारी ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने पर शोक प्रकट किया है। किसान नेता ने कहा कि द्वारका-शारदा पीठ व ज्योतिर्मठ पीठ के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का ब्रह्मलीन होना संत समाज की अपूरणीय क्षति है। स्वामी जी के निधन से भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत के एक विशिष्ट विद्वान को हमने खो दिया है। स्वामी जी धर्म के मर्म को समझते हुए भारतीय जनजीवन को नए मूल्यों से अनुप्राणित करने वालों में थे। महाराज के देवलोक गमन की खबर मेरे लिए गहरे आघात जैसी है और बड़ी व्यक्तिगत क्षति है। वे मेरे जैसे लाखो हिंदुओ के मार्गदर्शक थे। किसान नेता ने बताया कि 3 साल पहले जगतगुरु शंकराचार्य जी बेमेतरा जिला मुख्यालय पधारे थे। इस अवसर पर उनसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। यहां जगतगुरु ने आशीर्वाद दिया था।