छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

महिला पुलिस अधिकारी बनकर ब्लैकमेलिंग करने वाली चढी पुलिस के हत्थे डरा-धमका कर पीडि़त से 18 लाख रूपये करवा ली थी बलात्कार के मामले की शिकायत व वीडियो उपलब्ध होने का डर दिखा मांगती थी पैसा

दुर्ग। महिला पुलिस अधिकारी बनकर ब्लैकमेलिंग कर 18 लाख रूपये अपने खाते में जमा करवाने वाली महिला को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत 18 मई को प्रार्थी कातुलबोर्ड निवासी डॉ. सत्यदेव खिचरीया के द्वारा लिखित शिकायत दिया गया था कि किसी अज्ञात महिला के द्वारा उसके साथ फोन पर दोस्ती करके बाद में अपने आप को एसीपी होना बताते हुये

कुछ महिलाओं के द्वारा उसके विरूद्ध बलात्कार की शिकायत किया गया है, वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर अपने फोन पे खाते में तकरीबन 18 लाख रूपये जमा करवाया गया है। कि रिपोर्ट पर थाना मोहन नगर में उक्त अज्ञात महिला के विरूद्ध अपराध क्रमांक- 170 / 2022 धारा 384, 507 भादवि का पंजीबद्ध किया था और उक्त घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक डॉ.अभिषेक पल्लव (भा.पु. से.) के द्वारा आरोपी महिला की शीघ्र पतासाजी कर गिरफ्तारी करने हेतु निर्देश प्राप्त हुये थे,

जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ( शहर ) संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा, उप पुलिस अधीक्षक नसर सिद्धिकी  के मार्गदर्शन में एवं ए. सी. सी. यू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा व थाना प्रभारी मोहन नगर निरीक्षक के. के. वाजपेयी के नेतृत्व में ए. सी. सी. यू एवं थाना की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था। टीम द्वारा प्रार्थी से अज्ञात महिला से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त कर फोन पे से आरोपिया के संबंध में जानकारियां प्राप्त की गई साथ ही साथ आरोपिया द्वारा इस्तेमाल किये गये मोबाईल नंबर के संबंध में भी विस्तृत तकनीकी जानकारी जुटाई गई,

प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपिया रश्मि कुमावत निवासी झुंझनु राजस्थान की पहचान व उपस्थिति सुनिश्चित की जा सकी। आरोपिया के संबंध में प्राप्त जानकारी के आधार पर तत्काल टीम को झुंझनु राजस्थान रवाना किया गया किंतु आरोपिया अपना स्थान परिवर्तित कर कोल्हापुर महाराष्ट्र चली गई थी। जिसे टीम द्वारा कोल्हापुर महाराष्ट्र से नोटिस के माध्यम से तलब कर पूछताछ किया गया जो कि पूर्व में कातुलबोर्ड में ही निवासरत् रहना उसी दौरान प्रार्थी डॉ. सत्यदेव खिचरीया के पास ईलाज के लिये जाना उसी समय से प्रार्थी का मोबाईल नंबर सेव होने से फोन के माध्यम से प्रार्थी के साथ मित्रता कर बातचीत करना बाद में पुलिस अधीकारी बनकर प्रार्थी को कुछ महिलाओं के द्वारा बलात्कार की शिकायत किया जाना वीडियो भी उपलब्ध होना

कह कर डरा धमका कर अश्लील गाली गुफ्तार कर फोन पे खाते के माध्यम से अलग-अलग समय पर कुल तकरीबन 18 लाख रूपये ट्रांसफर करवा लेना, उक्त रकम को मकान बनाने, बोर करवाने व अपने ईलाज में खर्च हो जाना अपने खाते मे अभी 60,000/- रूपये जमा होना बतायी। जिससे आरोपिया के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल नंबर का सीम कार्ड, 02 नग मोबाईल फोन, ए.टी.एम. कार्ड तथा बैंक पासबुक जप्त किया गया है। अग्रिम कार्यवाही थाना मोहन नगर से की जा रही है।

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