छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

छग में गरीबों के मसीहा के नाम से प्रसिद्ध डॉ अजय सहाय को दिल्ली में मिला रियल सुपर हीरो अवार्ड

श्री कॉलीबेली हार्वे एवं रशियन अभिनेत्री सुश्री तमारा मल्टसेवा के हाथों हुए सम्मानित रायपुर। छत्तीसगढ़ में गरीबों के मसीहा के नाम से प्रसिद्ध अंचल के प्रख्यात चिकित्सा विशेषज्ञ एवं छत्तीसगढी,भोजपूरी और हिन्दी फिल्मों के जाने माने एक्टर डॉ अजय मोहन सहाय को यूनाइटेड नेशंस के सौजन्य से विश्व मानवता दिवस के अवसर पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में उल्लेखनीय और असाधारण समाज सेवाओं के लिए रियल सुपर हीरो अवार्ड से अलंकृत प्रदान करते श्री कॉलीबेली हार्वे (बुरकिना फासो के डिप्लोमेट) एवं रशियन अभिनेत्री सुश्री तमारा मल्टसेवा द्वारा सम्मानित किया गया।

उल्लेखनीय है कि डॉ. सहाय विगत साढ़े तीन दशकों से समाज के गरीब और कमज़ोर वर्गो के लोगों का अपने अस्पताल में एक दम कम फीस में उपचार करते है यहां तक कि जिनके पास दवा के पैसे नही होते है उनको दवा भी वे खुद ही अपने पैसे से मंगाकर देने के साथ ही भोजन की भी व्यवस्था करवाते है। यही नही डॉ. अजय मोहन सहाय पिछड़े और दूरस्थ इलाकों के साथ ही घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा शिविरों लगाकर जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाकर अपने पूरी टीम के साथ सेवाएं प्रदान कर लोगों को स्वास्थ्य जीवन जीने में पूरा सहयोग करते है।

गत माह उनको जैसे ही पता चला कि बस्तर के सुदुर इलाके में जो पूर्ण नक्सल क्षेत्र है वहां के लोगों के पास चरण पादुका तक नही है तो डॉ. सहायक तुरंत वहां अपनी टीम के साथ पहुंचकर सैकड़ों लोगों को चरणपादुका वितरित करने के साथ ही उनके स्वास्थ्य का चेकप कर उनको अपनी ओर से नि:शुल्क दवाईयां भी उपलब्ध करवाये। ये कोई पहली बार नही है जब डॉ. सहाय इस प्रकार का सेवा का कार्य कर रहे है। ऐसे पुण्य का काम वे पिछले तीन दशक से लगातार करते आ रहे है। डॉ. सहाय के सेवा भाव को देखते हुए इनको नेशनल, इंटरनेशनल लेबल पर इतना सम्मान मिला है कि इनके हॉस्पिटल में जाने पर अस्पताल के ग्राउण्ड फ्लोर पर बने रेक में सिर्फ और सिर्फ आपको अब तक मिले पुरस्कार और सम्मान ही नजर आते है।

आपको  बता दें कि डॉ सहाय एक जाने माने फिल्मकार, अभिनेता के साथ  ही स्थापित पटकथा लेखक भी हैं। इनकी स्वंय की लिखी कई कहानियों पर दूरदर्शन के लिए कई शॉट फिल्म भी बनाई गई है इसके अलावा इनके लिखे कहानी और इनके निर्देशन में बनी कई शॉट फिल्मों को नेशनल लेबल पर पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

डॉ. सहाय के द्वारा स्वास्थ्य समस्याओं वा सामाजिक कुरीतियों को केंद्रित करके सैकड़ों शॉर्ट फिल्मों, प्रोमोज, वृत चित्रों वा नृत्य नाटिकाओं की रचना की है। उनकी रचनाओं को दूरदर्शन द्वारा छायंकित करके राष्ट्रीय एवं स्थानीय चैनल्स पर बारंबार प्रसारित किया गया। इनका निर्देशन भी डॉ सहाय द्वारा किया गया था। डी डी किसान नेशनल नेटवर्क  द्वारा प्रसारित धारावाहिक परिवर्तन का निर्देशन भी डॉ सहाय ने किया था। यह धारावाहिक स्वच्छ भारत अभियान पर आधारित था।

इस धारावाहिक से उन्हे राष्ट्रीय ख्याति मिली। सन् 2018 में रायपुर में आयोजित दूसरे राष्ट्रीय शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल में, जो कि समाज मे कानूनी जागरूकता के लाने के लिए आयोजित किया गया था, डॉ सहाय की  शॉर्ट फिल्म  कैसे बताऊं को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का एवं उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। 2021 में आयोजित तीसरे फेस्टिवल में पुन: उनकी शॉर्ट फिल्म नोनी को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार मिला। ये पुरस्कार उन्हें छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीशो द्वारा प्रदान किए गए थे। कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने पीडि़त समाज की तन मन धन से सेवा की।

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