छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

शासन प्रशासन की तुगलकी फरमान से बिफरे भिलाईवासी,दो माह बाद हो सकता था अण्डरब्रिज का काम शुरू दोनो अण्डरब्रिज में भरा रहता है बरसात का पानी,हो चुकी है कई दुर्घटनाएं

भिलाई। शासन प्रशासन के तुगलकी फरमान ने भिलाई के लोगों को हलाकान कर दिया है। लोगों की जनसुविधाओं को अनदेखी कर भरे बरसात में सुपेला रेलवे फाटक को अण्डरब्रिज निर्माण के लिए मंगलवार 16 अगस्त से बंद कर दिया गया।  जेसीबी और पोकलेन मशीन खोदाई के लिए लगा दी गई हैं। इसके कारण भिलाई के लोग भारी बिफरे हुए है और शासन प्रशासन के लोगों को गालियां बक रहे है कि यहां सबसे पहले ओव्हरब्रिज और अण्डरब्रिज बनना था पूरे टेस्ट होने के बाद भी राजनीति के कारण इसे रोक दिया गया और सुपेलो में फ्लाईओव्हर निर्माण के कारण अब टेक्रिकल प्राब्लम आ गया है तो अब ओव्हरब्रिज नही बन पायेगा।

केवल अण्डरब्रिज बनेगा। वह भी अण्डरब्रिज पहले पास होने के बाद भी नेहरू नगर और पॉवर हाउस का अण्डरब्रिज बन गया लेकिन सुपेला में नही बना और अब भरी बरसात में सुपेला में अण्डरब्रिज का काम शुरू कर दिया गया जब इतने साल अण्डरब्रिज नही बना तो दो महिने में कुछ नही बिगड जाता लेकिन लोगों को जानबूझकर हलाकान करने और लंबी दूरी तयक कर जगह जगह गड्डे नुमा जीईरोड से आना जाना करना पड़ेगा और इसके कारण आये दिन एक्सिडेंट होगा और लोगों की जान जायेगी। बिना कोई सही ढंग से व्यवस्था किये जल्दबाजी में निर्णय लेकर   भरे बरसात के मौसम में सुपेला रेलवे फाटक अण्डरब्रिज निर्माण के लिए  बंद कर दिया गया। जो उचित नही है क्योंकि यहां बने चन्द्रा मौर्या के पास एवं प्रियदर्शिनी परिसर में बने दोनो अण्डरबिज में लबालब पानी भरे रहता है, उसके बाद लोगों के प्रमुख आवागमन का साधन सुपेला रेलवे क्रासिंग ही होता है, उसके बाद भीे  तुगलकी फरमान के कारण लाखों लोगों को भारी परेशानी होने लगी। सबसे अ्िरधक परेशानी भिलाई स्टील प्लांट के हजारो कर्मचारियों की होगी जिनका मुख्य मार्ग सुपेला रेलवे फाटक होकर ही प्लांट आना जाना होता है।

सबसे पहले सुपेला रेलवे क्रासिंग पर ओव्हरब्रिज और अण्डरब्रिज निर्माण किया जाना था लेकिन सुपेला के व्यापारियों और राजनीति के कारण सुपेला रेलवे फाटक परं ओव्हरब्रिज बनाने का काम लटक गया क्योंकि अब सुपेला चौक में फ्लाईओवर बन रहा है जिससे अब यहां ओव्हरब्रिज बनने में टेक्रिकल प्राब्लम आ रहा है वहीं अण्डरब्रिज का काम गर्मी के मौसम में प्रारंभ होना था लेकिन गर्मी के मौसम में यहां अण्डरब्रिज का काम प्रारंभ नही किया गया और अब बरसात के मौसम में यहां अण्डरब्रिज का काम शुरू किया जा रहा है, इसके कारण लाखों लोगों को भारी परेशानी होना शुरू हो गया है। क्योंकि नगर के दोनो अण्डब्रिज में लबालब पानी भरा रहेगा इसके कारण लोगों को नेहरू नगर या पावर हाउस ब्रिज से ्रअत्यधिक धूमकर जाना पड़ेगा इससे कारण जहां इस मंहगाई में पेट्रोल की बरबादी तो होगी

सबसे अधिक समय की बरबादी होगी। इसलिए जहां इतने साल सुपेला रेलवे क्रासिंग में नही बना तो 2 महिने और नही बनने से कोई हर्ज नही होगा। बारिश के दिनों में अचानक अंडरब्रिज का निर्माण शुरू करने से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक सुपेला रेलवे क्रासिंग के बंद होने से यहां से हर दिन गुजरने वाले 1.71 लाख से अधिक लोगों को पटरी पार करने के लिए दूसरे वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करना पड़ेगा। ट्रैफिक डीएसपी गुरजीत सिंह ने बताया कि अंडरब्रिज का निर्माण रेलवे फाटक वाली जगह पर ही किया जाएगा।

इसके लिए 16 अगस्त की सुबह 7 बजे से इसे बंद कर दिया जाएगा। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में लोग, पॉवर हाउस अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज, चंद्रा मौर्या टाकीज अंडर ब्रिज, प्रियदर्शिनी परिसर व नेहरू नगर अंडर ब्रिज व ओवरब्रिज का उपयोग आने-जाने के लिए कर सकते हैं। निर्माण एजेंसी ने यहां का सर्वे व अन्य कार्य पूरे कर लिये हैं। उसका दावा है कि वह एक साल अंडरब्रिज का निर्माण पूरा कर लेगी। इसके बाद इस अंडरब्रिज से आवागमन शुरू हो जाएगा।

हमारे  संवाददाता द्वारा जब लोगों से बात की तो उन्होंने कहा कि सुपेला रेलवे फाटक सेक्टर एरिया को आकाश गंगा सुपेला मार्केट से जोडऩे वाला मुख्य मार्ग था। बारिश के चलते प्रियदर्शनी परिसर अंडर ब्रिज और चंद्रा मौर्या अंडर ब्रिज पानी से भर जाते हैं। ऐसे में यहीं से लोग आना-जाना करते हैं। बारिश के दिनों में अचानक इसे बंद करने से बहुत परेशानी हो रही है। इसे बंद ही करना था तो बरसात के मौसम के बाद करना था।

अभी फाटक बंद करने का नही दिया गया है आदेश
दो दिन पूर्व डीआरएम ऑफिस में पीआरओ से चर्चा की गई जिसमें उन्होंने कहा था कि 16 अगस्त से अण्डरब्रिज निर्माण के लिए सुपेला रेलवे क्रासिंग को बंद करने का आदेश रेलवे ने नही दिया है और ना ही शासन प्रशासन ने 16 अगस्त से रेलवे फाटक बंद करने की जानकारी दी गई है।

पीआरओ,डीआरम ऑफिस रायपुर
जल्द से जल्द काम शुरू करवाने का रेलवे ने दिया है आदेश
कहा एक साल में पूर्ण होगा अण्डरब्रिज का कार्य
ट्राफिक डीएसपी गुरजीत सिंह ने आगामी 16 अगस्त से सुपेला रेलवे फाटक बंद किये जाने के मामले में हमारे संवाददाता से कहा कि यह निर्णय जनहित को देखते हुए लिया जा रहा है। रेलवे ने पत्र लिखकर यहां जल्द से जल्द काम शुरू करवाने कहा हेै, इसलिए अब इसी के तहत यह फाटक बंद किया जा रहा है। रही बंद लोगों की परेशानी की तो आसपास में ही नेहरू नगर, प्रियदर्शिनी परिसर, चन्द्रा मौर्या और पॉवर हाउस में अण्डरब्रिज है। इसके अलावा प्रियदर्शिनी परिसर और चन्द्रा मौर्या के पास का अण्डरब्रिज भरने की तो अब पहले जैसी स्थिाति नही है। अधिक बारिश होने पर ही यहां पानी भरता है और 5 से ध्ंाटा में ही पानी निकल जाता है और आवागमन शुरू हो जाता है। एक साल के अंदर यहां के अण्डरब्रिज का कार्य पूरा करवाना है।

गुरजीत सिंह, ट्राफिक डीएसपी
तीन साल बाद भी अब तक पूण नही हुआ रायपुर नाका और धमधा नाका का अण्डरब्रिज
सुपेला रेलवे क्रासिंग पर 16 अगस्त से अण्डरब्रिज का काम प्रारंभ करने के लिए यहां का फाटक बंद किया जा रहा है, इससे भरे बरसात में लोगों को भारी परेशानी होगी इस मामले में गुरजीत सिंह का कहना है कि काम प्रारंभ होगा तो एक बरसात में परेशानी तो झेलनी ही पड़ेगी। एक साल में यहां अण्डब्रिज तैयार करना है। लेकिन आपको बता दें कि जब अण्डरब्रिज का काम प्रारंभ होगा तो कम से कम दो तीन साल लगेगा ही ये आप लोगों को ज्ञातव्य होगा कि अब तक जीतने भी अण्डरब्रिज और ओव्हरब्रिज बने है उसमें से कोई भी कार्य कभी भी समय पर पूर्ण नही हुआ है इसका सीधा उदाहरण कुम्हारी सहित कई 7स्थानों का फ्लाई ओव्हर के साथ ही रायपुर नाका और धमधा नाका का अण्डरब्रिज है जो तीन साल बाद भी पूर्ण नही होगा।

फाटक बंद होने से मार्केट भी होगा प्रभावित
सुपेला के व्यापारी नरेश कुमार गोयल का कहना है कि फाटक बंद होने से व्यापार भी प्रभावित होगा। अंडर ब्रिज बारिश में भरे होते हैं। इससे लोग अब इधर कम आएंगे। इससे आकाश गंगा और सुपेला मार्केट का व्यापारी काफी प्रभावित होगा।

बारिश में भर जाते हैं सभी अंडरब्रिज
बारिश के दिनों में रेलवे क्रॉसिंग बंद करने से लोगों को आवागमन में परेशानी बढ़ जाएगी। इसका सबसे बड़ा कारण बारिश होते ही अंडरब्रिज का भर जाना है। इनके भरने से ये पूरी तरह बंद हो जाते हैं। यदि ऐसा हुआ तो लोगों को कई किलोमीटर घूमकर नेहरू नगर और पावर हाउस ओवर ब्रिज से ही आना जाना करना पड़ेगा। इससे यहां वाहनों का दबाव काफी अधिक बढ़ जाएगा।

एक सप्ताह में गुजरते हैं औसतन 12 लाख वाहन
रेलवे ने अंडरब्रिज निर्माण के लिए प्रक्रिया शुरू करने से पहले हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने एक सप्ताह तक यातायात दबाव को लेकर सर्वे कराया था। इसमें दोपहिया वाहनों को छोड़ दें तो एक सप्ताह में करीब 12 लाख चार पहिया एवं भारी वाहन इस रेलवे फाटक से गुजरे हैं। इस तरह हर दिन की बात करें तो यहां से 1 लाख 71 हजार से अधिक वाहन रोज गुजरते हैं।

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