जलती चिता में डाल दिया पानी, नहीं करने दिया शव का अंतिम संस्कार, सरपंच समेत 9 गिरफ्तार
जांजगीर. जांजगीर-चांपा जिले के बाराद्वार थाना क्षेत्र के बाराद्वार बस्ती में चिता की लकड़ियों को फेंककर पानी डालने के मामले में पुलिस ने सरपंच जगदीश कुमार सहित सभी 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. दरअसल, बाराद्वार बस्ती में रहने वाले प्रदीप कुमार नामक युवक ने 27 जुलाई को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था. पंचनामा और पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजन मृतक प्रदीप कुमार के शव को अपने समाज के मुक्तिधाम में जलाने के लिए ले गए थे, लेकिन बारिश होने पर परिजन और ग्रामीण शव को दूसरे समाज के बने मुक्तिधाम में जलाने के लिए ले गए.आरोप है कि इस दौरान ग्राम के सरपंच जगदीश कुमार और दूसरे पक्ष के लोग मुक्तिधाम पहुंचकर शव जलाने को लेकर विवाद करने लगे. विवाद में सरपंच पक्ष के लोगों ने मुक्तिधाम में जल रहे चिता की लकड़ियों को फेंककर उसमें पानी डाल दिया और आग को बुझा दी. इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ. बाद में मृतक प्रदीप परिजनों ने प्रदीप के अधजले शव को गाड़ी में डालकर बाराद्वार और जांजगीर जाने वाली सड़क पर चक्का जाम कर दिया था
.परिजनों ने सरपंच जगदीश कुमार सहित चिता से लकड़ी फेंकने वाले सभी लोगों कि तत्काल गिरफ्तारी को लेकर 7 घण्टे तक चक्काजाम किया था. मृतक प्रदीप कुमार के परिजन की शिकायत पर बाराद्वार पुलिस ने थाने में अपराध दर्ज कर लिया था. बाद में गुरुवार को पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया था. पुलिस ने शुक्रवार को सरपंच जगदीश कुमार सहित सभी 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज एडिशनल एसपी अनिल सोनी ने बताया कि सरपंच समेत 8 लोगों को आईपीसी की धारा 147 और 297 के तहत गिरफ्तार किया है.