वन महोत्सव” अंतर्गत प्रथम चरण में रासेयो-दशरंगपुर ने लगाये पौधे रासेयो संरक्षक रवेन्द्र सिंह चंद्रवंशी ने लगाया बरगद का पौधा 1 जुलाई से 7 जुलाई तक मनाया जाता है “वन महोत्सव
“वन महोत्सव” अंतर्गत प्रथम चरण में रासेयो-दशरंगपुर ने लगाये पौधे रासेयो संरक्षक रवेन्द्र सिंह चंद्रवंशी ने लगाया बरगद का पौधा 1 जुलाई से 7 जुलाई तक मनाया जाता है “वन महोत्सव” $$$$$$$$$$$$$$$$$$$$ “वन महोत्सव” अंतर्गत 5 जुलाई 2022 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय-दशरंगपुर,विकासखण्ड-कवर्धा,जिला-कबीरधाम की राष्ट्रीय सेवा योजना की महिला इकाई की कार्यक्रम अधिकारी दुर्गेश नंदिनी व संयुक्त इकाई के कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू के नेतृत्व में एन.एस.एस.चौक व खेल मैदान में पौधे रोपे गये ।”वृक्ष हमें फल-फल-तथा छाया देने के साथ-साथ सभी प्राणी को प्राणदायिनी आक्सीजन भी निःशुल्क देते हैं,इसलिये ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपित कर, उसका समुचित संरक्षण भी करना चाहिए”-यह संदेश रासेयो के संरक्षक व प्रभारी प्राचार्य रवेन्द्र सिंह चन्द्रवंशी ने व्यक्त किए। व्याख्याता ममता मिश्रा ने वृक्षों को परोपकारी कहते हुए ,बताई कि वृक्ष हमें जलाऊ व इमारती लकडी,शीतल छाया, जड़ी-बूटी अर्थात् औषधी हमें नि:स्वार्थ भाव से देते हैं,वे वर्षा कराने में सहायक होते हैं ,पर बदले में कुछ भी नहीं लेते हैं। रासेयो महिला इकाई की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमति दुर्गेश नंदिनी ने अपने संदेश में “वृक्षों की सेवा को ईश्वर की सेवा के तुल्य बताई ,वास्तव में पौधे या पेड अन्य प्राणियों की तरह एक स्थान से चलते बस नहीं हैं ,चलने के सिवाय अन्य प्राणियों की तरह पेंड-पौधे भी विकास करते हैं ,फलते-फूलते हैं ,वृद्धि करते हैं ।” राष्ट्रीय सेवा योजना दशरंगपुर की संयुक्त इकाई के कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू ने प्रतिवर्ष 1 से 7 जुलाई तक “वन महोत्सव” अंतर्गत विविध प्रजाति के फलदार-छायादार ,सघन वृक्षारोपण किये जाने की जानकारी दी। पौधारोपण के कार्यक्रम में शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के अध्यक्ष महेश केशरी ,सांसद प्रतिनिधि नरेश केशरी तथा ग्राम-दशरंगपुर के सरपंच राजू चांद खान; प्रभारी प्राचार्य रवेन्द्र सिंह चन्द्रवंशी के मार्गदर्शन में प्रथम चरण में पौधे लगाये गये। स्वयंसेवक यशोदा,सुकृति, संजना ,व्याख्याता ममता मिश्रा ,अर्चना सोनी,रज्जी कौर चॉवला,तुषार सिंह राजपूत,शिक्षिका संगीता साहू,सहायक ग्रेड-03 प्रतिमा ठाकुर,हरिचंद गंधर्व ने विशेष सराहनीय योगदान दिया। “पर्यावरण संतुलन” बनाये रखने हेतु; अधिकाधिक वृक्षारोपण करने की जागरूकता लाने के लिए “मानव-श्रृंखला” भी बनाई गई । “वृक्ष बचाओ-जीवन बचाओ” जैसे नारों-श्लोगनों से व्याख्याता तुषार सिंह राजपूत ने बच्चों को प्रेरित व उत्साहित कर दिया।