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*देवकर स्थित स्टेट बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र द्वारा हितग्राहियों के खाते से लाखों रुपये की अनियमितता*

*(सेवा केंद्र में लाखों रुपये का एफडी किया गया ,लेकिन नही खोला गया खाता, मामले में होगा और गम्भीर खुलासा)*

 

*देवकर:-* नगर पंचायत देवकर में भारतीय स्टेट बैंक शाखा साजा के अधीन उन्हीं के ब्रांच के रूप में विगत कई वर्षों से ग्राहक सेवा केंद्र के नाम से बैंक का संचालन किया जा रहा है ।

उक्त बैंक का संचालन स्थानीय निवासी ओम प्रकाश ताम्रकार, मुकेश ताम्रकार एवं पूजा ताम्रकार के नाम से संचालित किया जा रहा है ।

विगत कई वर्षों से संचालित इस बैंक में नगर सहित लगभग आसपास के 20,000 से अधिक हितग्राहियों ने जनधन खाता एवं अन्य खातों के रूप में अपना लेनदेन हेतु खाता खुलवाया गया है ।

विगत कई वर्षों से लगातार इस बैंक के द्वारा लोगों को उनके जमा पैसे को देने में लगातार आनाकानी करने की शिकायत प्राप्त हो रही थी, लेकिन किसी प्रकार का पुख्ता सबूत उक्त बैंक के खिलाफ नहीं होने एवम पीड़ितों के सामने नहीं आने के चलते मामला सामने नहीं आया था ।

लगातार हितग्राही अपने पैसे लेने जब भी बैंक आते तो बैंक में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा एवं संचालक के द्वारा सर्वर डाउन होने की बात कहकर उन्हें घुमाया जाता, वही बैंक कर्मचारी के द्वारा अज्ञान हितग्राहियों को बेवकूफ बनाते हुए उनका अघूठा ले लिया जाता ,फिर उन्हें 15 दिन 20 दिन बाद आने की बात कहकर बैंक से वापस भेज दिया जाता ।

 

यही नहीं ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक द्वारा अधिकांश हितग्राहियों के खाते स्वयं के पास रखा जाता जिससे हितग्राहियों को उक्त खाते में जमा राशि की जानकारी हो नहीं पाती थी ।

जमा की गई राशि के बदले उन्हें किसी प्रकार का रिसीव नहीं दिया जाता था ।

 

हितग्राहियों के द्वारा जमा किए गए राशि को उनके पास बुक में पेन से लिखा जाता ,लेकिन उक्त पैसे को संबंधित उच्च शाखा को नहीं भेजा जाता बल्कि उस पैसे को संचालक अपने पास स्वयं रख लेता ।

प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नगर पंचायत देवकर द्वारा कई हितग्राहियों के किस्त की राशि इसी बैंक के खाते में डाला गया ।

हितग्राही अपने पैसे लेने जब बैंक गए तो ,बैंक संचालक द्वारा फिर वही सर्वर डाउन होने की बात कहकर हितग्राहियों को घुमाया गया।

जब हितग्राहियों को बैंक की इस संदिग्ध रवैया पर शक हुआ तो नगर के कुछ वरिष्ठ लोगों को साथ लेकर मुख्य शाखा साजा पहुंचे एवं अपने अपने जमा राशि का स्टेटमेंट निकाला गया ,तो पता चला कि , ग्राहक सेवा केंद्र द्वारा उनके खाते में जितने भी राशि दिखाई जा रही है, वह फर्जी तरीके से लिखी गई जबकि वास्तव में उनके खाते में मात्र कुछ राशि ही दिखाई जा रही है ।

 

वही एक हितग्राही जिन्होंने संबंधित बैंक में अपनी एवं अपने मां के नाम पर तकरीबन 3 लाख से अधिक राशि एफडी बतौर जमा किया था , उक्त हितग्राही द्वारा जब साजा स्टेट बैंक से अपनी राशि की जानकारी मांगी गई तो उन्हें पता चला कि उनके नाम से एवं उनके मां के नाम से कभी कोई खाता शाखा द्वारा खोला ही नहीं गया है ।

 

हालांकि या बैंक का संचालन साजा स्टेट बैंक के अधीन किया जा रहा था लेकिन यहां बैंकिंग अधिनियम को ताक पर रखकर स्वयं का बैंक संचालित की जा रही थी, जिसमें लोगों के जमा धन का किसी प्रकार का कोई विवरण ही नहीं है। दरअसल ग्राहक सेवा केंद्र द्वारा अपने हितग्राहियों दिए गए पासबुक एवं स्टेट बैंक शाखा साजा से प्राप्त स्टेटमेंट में काफी अंतर देखने को मिला जहां हितग्राहियों के खाते में कई महीनों से कोई लेन-देन नहीं दिखाया जा रहा है। जबकि हितग्राहियों द्वारा समय-समय पर पैसे जमा करने की बात उनके खाते में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है। उक्त मामले को लेकर हितग्राही एसडीएम साजा पहुंचे जहां उन्होंने संबंधित बैंक के खिलाफ ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग की एवं एसडीएम साजा से अपने पैसे वापस कराने की भी मांग किया ।

वही घटना की जानकारी प्राप्त होते ही हजारों हितग्राही स्थानी चौकी पहुंचकर अपना अपना शिकायत दर्ज करा रहे हैं। जबकि अभी आगामी दिनों में मामले की गंभीरता से जांच किए जाने पर बड़ा खुलासा से इनकार नहीं किया जा सकता ।

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