कवर्धाछत्तीसगढ़समाज/संस्कृति

राम राज्य के लिए भोगी नही योगी शासक है आवश्यकता : श्री राजीवलोचन दास जी महाराज

पोंडी। क्षेत्र के ग्राम सिलहाटी में चल रहे पंच दिवसी कार्यक्रम के कल दूसरे दिन में चित्रकूट कामतानाथ से आए हुए अंतराष्ट्रीय प्रवक्ता महंत श्री राजीवलोचन दास जी महाराज का आगमन हुआ।आगमन पश्चात महाराज जी द्वारा यज्ञ शाला की परिक्रमा करते हुए मंच पहुंचे बता दे की महाराज जी आशीर्वचन प्राप्त करने के लिए क्षेत्रवासी अत्यंत ही ललाइत दिख रहे थे।जिसके पश्चात दूर सदूर से आए हुए सत्संग प्रेमियों के द्वारा महाराज जी को पुष्प हार माला से सहसम्मान पूर्वक स्वागत किया गया,जिसके बाद महाराज जी से शास्त्र अनुकूल परंपरा के अनुसार सुमिरन,वंदन करते हुए आशीर्वचन आरंभ किया।महाराज जी द्वारा प्रारंभ में ही बताया की काशी विश्वनाथ धाम में शंकर जी ज्ञानवापी (कुआं) से निकले है और इस पवन ग्राम सिल्हाटी में भगवान ज्ञानसरोवर (तालब) से निकले है इस लिए ये पवन ग्राम केवल ग्राम नही यह ग्राम धाम के रूप में सुशोभित हो रहा है।महाराज जी ने बताया की कितना सुंदर ये छत्तीसगढ़ का गांव है जहा एक ओर बस्ती है,एक ओर सरोवर है,एक ओर खेत खलिहान। है,एक तरफ वट वृक्ष है जिसके नीचे स्वयं भगवान शंकर ध्यान लगाए हुए बैठे है। और इस दृश्य को देख के हृदय से प्रसन्नता उत्तपन्न हो रही है। महाराज जी द्वारा बताया गया की जगत के लोग गांव में पैदा होते है और गांव से शहर की ओर जाते है लेकिन जगतपति परमात्मा पुरी (शहर) में अवतरित होते है और शहर से गांव की ओर ग्रामवासी वनवासी के पास आते है इस लिए भगवान धर्म की स्थापना करते है
*”यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।*
*अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।”*
आगे के प्रसंग में महाराज जी ने बताया की हमारे देश मे हमारे ही नाक के लिए ही हिन्दुओं का संकुचन किया जा रहा है भारत के कई ऐसे राज्य हो चुके है जहा हिंदू अल्प संख्यक हो चुका है और यदि हिन्दू इशी तरह से हाथ पे हाथ धरे बैठे रहे तो पूरे विश्व में कही हिंदू नही बच पाएगा एवम उच्च नीच जात पात की भावना से अपने आपको मत बाटो चाहे तुम ब्राह्मण हो, वैश्य हो,शुद्र हो तेली हो, गोड हो चाहे महाराज हो लेकिन तुम हिंदू हो और हिंदू ही रहोगे इस भावना से सबको साथ लेके चलो साथ ही महाराज जी के द्वारा संविधानिक मत के अनुसार बताया की कभी लोभ में आके धन और धन के चक्कर में अपना अयोग्य शासक मत चुन लेना शासक ऐसा हो जो न खाए और ना खाने दे,और हमारे घर वापसी कार्यक्रमों में आए इसलिए हमको भोगी नही योगी शासक की आवश्यकता है।ऐसे पावन सत्संग के अवसर पर महाराज जी के साथ सारथी के रूप में जिनके साथ महाराज जी का आगमन पवन ग्राम में हुआ ऐसे सबके प्रिय गणेश तिवारी, क्षेत्र में परम प्रिय नेता जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चंद्रवंशी,कवर्धा महल के राजा योगेश्वर राज सिंह,जयराम साहू,राजू चंद्रवंशी,पवन तिवारी,ग्राम सरपंच मुकेश ध्रुव एवम समस्त ग्राम एवम क्षेत्रवासी उपस्थित रहे

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