छत्तीसगढ़

कैबिनेट मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने दो विपत्तिग्रस्त परिवार को किया कुल 8 लाख रूपए का चेक वितरण किया

कैबिनेट मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने दो विपत्तिग्रस्त परिवार को किया कुल 8 लाख रूपए का चेक वितरण किया

विधायक होने के नाते उन घर परिवारों के अभिभावक के रूप में हर परिस्थितियों में उनका साथ देने सदैव तत्पर रहेंगे – श्री अकबर

कवर्धा, 18 मई 2022। छत्तीसगढ़ के वन, परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री व कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर ने आज बुधवार को कबीरधाम प्रवास के दौरान बोड़ला में 2 विपत्तिग्रस्त परिवारों को कुल 8 लाख रूपए चेक वितरण किया। वन मंत्री ने चेक वितरण करते हुए विपत्तिग्रस्त परिवारों के सदस्यों से कहा कि वह इस चेक को बैंक में जमा कर राशि प्राप्त कर सकते है। चेक वितरण करते समय मंत्री श्री अकबर ने परिजनों से भेंट भी की और अपनी संवेदना प्रकट की। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों जनों से भेंट-मुलाकात करते हुए कहा कि किसी भी परिवार के लिए हर सदस्य का एक महत्वपूर्ण योगदान रहता है। परिवार का चाहे वह छोटा या बड़ा या घर का मुखिया हो अकास्मात रूप से परिवार को छोड़कर चले जाना उस परिवार के लिए एक अपूर्णिय क्षति होती है। उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार की अपूर्णिय क्षति को पूर्ति तो नहीं कर पाएंगे, लेकिन इस क्षेत्र के विधायक होने के नाते उन घर परिवारों के अभिभावक के रूप में हर परिस्थितियों में उनका साथ देने सदैव तत्पर रहेंगे। उन्होंने विपत्तिग्रस्त परिवार के सदस्यों को हर संभव सहायता के लिए आश्वस्त किया।
मंत्री श्री अकबर द्वारा आबीसी-6-4 के तहत बोड़ला तहसील के ग्राम सरोधा निवासी श्री पुसू बैगा की की सरोधा बांध डुबने से मृत्यु हो जाने पर विपत्तिग्रस्त श्रीमती सुंदरी बाई को, ग्राम लरबक्की निवासी फुलमत बाई की तालाब में डूबने से मृत्यु हो जाने पर विपत्तिग्रस्त श्रीमती भागमती को राजस्व पुस्तक परिपत्र (आबीसी-6-4) के तहत 4-4 लाख रूपए की चेक प्रदान किया। इस अवसर पर श्री कन्हैया अग्रवाल, श्री कलीम खान, श्री होरी साहू, पार्षद श्री अशोक सिंह, श्री चोवराम साहू, श्री गोरे चंद्रवंशी सहित जनप्रतिनिधि प्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि श्री मोहम्मद अकबर जब से विधायक और मंत्री बने है, तब से प्राकृतिक आपदा के सभी प्रकरणों पर तत्परात से कार्यवाही की जा रही और विपदाग्रस्त परिजनों, हितग्राहियों को आर्थिक सहायता राशि शीघ्रता से मिल रही है। जितने भी प्रकरण हुए है उनके विपत्तिग्रस्त परिवार के सदस्यों को कठनाईयों को समना करना ना पड़ें इसलिए इस तरह के सभी प्रकरणों को शीघ्रता निराकरण करने के निर्देश दिए है।

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