*थैलेसीमिया से पीड़ित बच्ची के इलाज के लिए स्वीकृत राशि ट्रेजरी से जारी, परिवार ने ली राहत की सांस*
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*(परिवार ने बेमेतरा कलेक्टर, किसान नेता योगेश तिवारी समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रति आभार जताया)*
बेमेतरा:- जिला अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स दीपा शाह के 3 साल की बेटी अवनि के थैलेसीमिया के इलाज के लिए राज्य शासन से स्वीकृत राशि को गुरुवार को जिला कोषालय विभाग की ओर से वेल्लूर की अस्पताल के बैंक खाता में जमा कराया गया। बुधवार को इस प्रकरण को लेकर काफी हंगामा मचा रहा बेमेतरा कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों के प्रयास से गुरुवार को ट्रेजरी से राशि निकासी संभव हुई। 15 फरवरी आदेश जारी होने के डेढ़ महीने बाद भी प्रकरण को अस्पताल प्रबंधन की ओर से ट्रेजरी नही भेजा गया था। नतीजतन ट्रेजरी में भुगतान लंबित था। मामले की जानकारी जनप्रतिनिधियों को मिलने पर बुधवार को सिविल सर्जन डॉ वंदना भेले से मुलाक़ात के हर संभव प्रयास नाकाम रहे। इस सम्बंध में किसान नेता योगेश तिवारी ने बताया कि बुधवार को बच्ची के इलाज के लिए स्वीकृत राशि 11 लाख 20 हजार का भुगतान वेल्लूर की प्राइवेट अस्पताल के बैंक खाते किया गया है। राज्य शासन ने जिला अस्पताल में पदस्थ स्टाफ नर्स की बच्ची के इलाज के लिए 11.20 लाख रुपए किए स्वीकृत।
*सीएस की बेपरवाह कार्यप्रणाली से कलेक्टर और सीएमएचओ को कराया अवगत*
किसान नेता ने भुगतान को लेकर बेमेतरा कलेक्टर विलास भोस्कर संदीपान के प्रयासों की सराहना करते हुए सिविल सर्जन की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बताया कि मामला काफी गंभीर है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ वंदना भेले से मुलाकात करने बुधवार को जिला अस्पताल गए थे। जहां सिविल सर्जन ड्यूटी से नदारद थी। प्रकरण में जानकारी के लिए कई बार फोन लगाए जाने पर घंटी बजती रही, लेकिन सिविल सर्जन ने कॉल रिसीव नहीं किया। इस तरह के गंभीर मामले में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सिविल सर्जन की कार्यप्रणाली को लेकर कलेक्टर और सीएमएचओ को जानकारी दी गई है।
*पिता ने बताई आपबीती, कलेक्टर और किसान नेता के प्रति आभार व्यक्त किया*
बच्ची के पिता पवन शाह ने किसान नेता को बताया कि बार-बार बुलाए जाने के बावजूद कोई न कोई बहाना कर बैरंग लौटा दिया जा रहा था। उसकी पत्नी दीपा शाह बतौर स्टाफ नर्स जिला अस्पताल में पदस्थ है। बच्ची गंभीर बीमारी थैलेसीमिया से पीड़ित है, जिसका इलाज वेल्लूर के एक निजी अस्पताल में बीते 6 महीने से चल रहा है। इलाज में करीब 20 लाख रुपए खर्च होना है। अब तक 16 लाख रुपए खर्च हुए हैं, राशि की व्यवस्था रिश्तेदारों और पत्नी के सोना चांदी के जेवर व दोपहिया वाहन बेचकर किया है। आगे इलाज के लिए और राशि की जरूरत है । अब स्वीकृत राशि अस्पताल के बैंक खाते में जमा होने से काफी राहत मिली है। इसके लिए पवन शाह ने बेमेतरा कलेक्टर, किसान नेता योगेश तिवारी समेत अन्य जनप्रतिनिधियों के आभार व्यक्त किया है।