छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

मात्र एक साल के लिए भिलाई निगम के दो वार्डों में होगा उपचुनाव

भिलाई। भिलाई नगर निगम के पार्षद विहीन दो वार्डों में उपचुनाव की कवायद शुरू हो गई है। इसमें वार्ड क्रमांक-3 नेहरू नगर पूर्व व कोसानगर और वार्ड क्रमांक 10 शांतिनगर कोहका शामिल है। इन दोनों वार्डों में प्रदेश के अन्य निकायों में होने वाले मुख्य चुनाव के साथ ही उपचुनाव कराने राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। उपचुनाव में विजयी पार्षदों का कार्यकाल महज एक वर्ष का रहेगा।

इस साल के अंत तक भिलाई नगर निगम के वार्ड क्रमांक-3 और 10 के लोगों को नया पार्षद मिल जाएगा। वार्ड क्रमांक-3 में नेहरू नगर पूर्व तथा कोसानगर का इलाका शामिल है। वर्ष 2015 में हुए मुख्य चुनाव में इस वार्ड से भाजपा के राकेश अरोरा पार्षद चुने जाने के बाद जोन अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। पार्षद रहते श्री अरोरा का दो साल पहले निधन हो गया है। इसी तरह शांतिनगर कोहका वार्ड क्रमांक-10 की पार्षद श्रीमती माधुरी ललित मोहन का भी साल भर पहले निधन हो गया है। वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन की करीबी समर्थक रही माधुरी ललित मोहन भाजपा के टिकट पर पार्षद बनी थी।

नियमत: नगरीय निकायों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए साल में दो बार जून तथा दिसंबर माह में उपचुनाव कराये जाने की परंपरा रही है। लेकिन भिलाई के दोनों रिक्त वार्डों के लिए ऐसा नहीं हो पाया। वार्ड में पार्षद नहीं होने से आम नागरिकों को दिक्कत का सामना करना पड़ता रहा। अंतत: राज्य निर्वाचन आयोग ने अब जाकर इन दो वार्डों में पार्षद पद के लिए उपचुनाव कराने की मंशा जताते हुए अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

इसी वर्ष दिसंबर में प्रदेश के ज्यादातर नगरीय निकायों में मुख्य चुनाव होना है। इसी दौरान भिलाई के दोनों रिक्त वार्डोंं में भी उपचुनाव कराये जाने का संकेत है। इसके लिए आगामी 5 सितंबर को मतदाता सूची को प्रारंभिक प्रकाशन किया जाएगा। इसके पश्चात नाम जोडऩे और काटने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए 1 जनवरी 2019 को 18 वर्ष परा होना अनिवार्य रखा गया है। सारी जरुरी औपचारिकताओं के बाद 14 अक्टूबर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा।

गौरतलब रहे कि वर्ष 2015 दिसंबर में हुए भिलाई नगर निगम चुनाव में वार्ड क्रमांक-3 से भाजपा के राकेश अरोरा के विरुद्ध कांग्रेस ने शमशेर बहादुर कांचा को अपना प्रत्याशी बनाया था। जिसमें राकेश अरोरा विजयी हुए थे।

बाद में श्री अरोरा जोन-1 के अध्यक्ष भी बने थे। उनके निधन के बाद भाजपा के ही भोजराज सिन्हा जोन अध्यक्ष चुने गए हैं। वहीं वार्ड क्रमांक 10 में मुुख्य चुनाव के दौरान भाजपा से पार्षद रह चुके ललित मोहन की पत्नी माधुरी ललित मोहन और कांग्रेस की मनजीत कौर के बीच मुकाबला हुआ था। जिसमें माधुरी ललित मोहन पार्षद निर्वाचित हुई थी। अब इन दोनों वार्डों में होने वाले उपचुनाव में एक बार फिर राजनीतिक घमासान मचना तय माना जा रहा है।

मुख्य चुनाव का होगा सेमीफायनल

भिलाई नगर निगम का मुख्य चुनाव वर्ष 2020 के अंत में होना है। इस लिहाजा से इसी वर्ष दिसंबर में होने जा रहा वार्ड क्रमांक-3 और 10 का उपचुनाव मुख्य चुनाव से पहले सेमीफानल की तर्ज पर कांग्रेस और भाजपा लडऩा चाहेगी इसमें कोई शंका नहीं है। पिछले चुनाव में इन दोनों वार्ड से भाजपा को जीत मिली थी। तब प्रदेश में भाजपा की सत्ता थी। इस बार परिस्थितियां बदल गई है। प्रदेश में सरकार होने से उपचुनाव में कांग्रेस को मनोवैज्ञानिक लाभ मिलने की पूरी संभावना है। भाजपा को इन दोनों वार्डों से नये प्रत्याशियो का चयन करना है। आपस की गुटबाजी के चलते उपचुनाव के लिहाज से मजबूत प्रत्याशी चयन करना भाजपा के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस अपने पुराने पराजित प्रत्याशियों को एक मौका और देगी या नहीं यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

Related Articles

Back to top button