जांजगीर

शहर बना अवैध प्लाटिंग का गढ़, प्रदेश में सर्वाधिक अवैध प्लाटिंग का बना रहा रिकॉर्ड, अवैध प्लाटों में निर्माण के लिए लेनदेन कर दी जा रही अनुमति

अब भूमाफिया फेसबुक और व्हाट्सएप पर फोटो वीडियो डाल कर अपनी जमीन बेचने कर रहे प्रचार इसके बावजूद प्रशासन को सबूत का इंतजार

जांजगीर चाम्पा/ जिला मुख्यालय जांजगीर इन दिनों अवैध प्लाटिंग बना हुआ है हर वार्ड हर गली मोहल्ले में जमीन दलाल अपने हिसाब से नक्शा बनाकर जमीन की अवैध खरीदी बिक्री कर रहे हैं मगर नगर पालिका के अधिकारी और प्रशासन को शिकायत का इंतजार है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ का जांजगीर शहर पूरे प्रदेश में अपने स्तर के शहरों में सर्वाधिक अवैध प्लाटिंग के लिए विख्यात हो चुका है यहां लगभग 30 से 35 जगहों पर जमीन दलाल अवैध प्लाटिंग कर रहे हैं। लगातार हो रही शिकायतों के बावजूद नगर पालिका प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है… या यूं कहें कि जमीन दलालों को अवैध प्लाटिंग की खुली छूट नगर पालिका प्रशासन के द्वारा दी जा चुकी है। सूत्रों की माने तो नगर पालिका ने अवैध जमीन को वैध दस्तावेज प्रदान करने के लिए बकायदा दाम तय कर रखा है। जिसकी फाइल में जितना वजन होगा उतनी जल्दी उसको एनओसी मिल जाती है वहीं आम जनता एक आदद घर बनाने के लिए महीनों नगर पालिका के चक्कर काटता है मगर उसकी सुनवाई नहीं होती है।

इस मामले में जांजगीर नैला नगर पालिका के सीएमओ चंदन शर्मा की कार्यप्रणाली समझ से परे नजर आ रही है। आम जनता के लिए वे भवन निर्माण अनुज्ञा की किताब लेकर बैठ जाते हैं उसमें मौजूद नियम कायदों का तर्क देते हैं मगर जब जमीन दलाल या कोई रसूखदार उनके पास पहुंचता है तब उसके लिए सभी नियम कानून दरकिनार कर उसे एनओसी प्रदान कर दी जाती है।

*अवैध प्लाटिंग का सबूत मांगने वाली पालिक को सोशल मीडिया पर किया जा रहा प्रचार नजर नही आता है*

जांजगीर शहर के जमीन दलाल इतने बेखौफ हो चुके है कि वे बकायदा सोशल मीडिया साइट्स पर अपने अवैध प्लाटिंग का प्रचार करते हैं, अपना नक्शा भी अपलोड करते हैं ताकि लोग उनके अवैध प्लाटिंग से प्रभावित होकर उनकी जमीन में पैसे लगाएं। ज्यादातर लोग इसके शिकार भी हो रहे हैं और जमीन दलालों के चंगुल में फंस रहे हैं। इसके बावजूद नगर पालिका जांजगीर नैला के मुख्य नगरपालिका अधिकारी चंदन शर्मा को अवैध प्लाटिंग का सबूत चाहिए, जबकि सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक पर जांजगीर शहर में हो रही अवैध प्लाटिंग के दर्जनों विज्ञापन प्रचारित और प्रसारित किए जा रहे हैं मगर नगर पालिका प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है।

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