*जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति और सखी वन स्टॉप सेंटर के संचालन समिति की बैठक कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान की अध्यक्षता में बीते दिनों कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई*
बेमेतरा:- जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति और सखी वन स्टॉप सेंटर के संचालन समिति की बैठक कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान की अध्यक्षता में बीते दिनों कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। जिसमें सर्वप्रथम पूर्व बैठक के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा की गई तत्पश्चात वर्तमान ऐजेण्डा पर बिन्दूवार चर्चा की गई। जिसमें स्ट्रीट चिल्ड्रन सिचुवेचन वाले बच्चों के संबंध में चर्चा करते हुए अवगत कराया गया कि वर्तमान में बालिकाओं को अभियान के तहत रेस्क्यु कर बालक कल्याण समिति में प्रस्तुत किया गया है तथा बाल स्वराज पोर्टल में दर्ज किया गया है। यह अभियान 14 मार्च से 30 मार्च तक विभिन्न विभागों के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। दुसरे एजेण्डा पर चर्चा करते हुए बच्चों को नशे से दूर करने हेतु विभिन्न विभागों के समन्वय से एक युद्ध नशे के विरूद्ध के संबंध में अभियान चलाये जाने कार्ययोजना तैयार करने हेतु कलेक्टर द्वारा निर्देश दिया गया। बाल विवाह के रोकथाम हेतु सभी स्टेक होल्डर से समन्वय के साथ कार्य करने हेतु जिलाधीश द्वारा निर्देश दिया गया। सलाहकार समिति के बैठक में विधि विवादित किशोरों की गिरफ्तारी की प्रथम सूचना पुलिस थाने के भार साधक अधिकारी अथवा एस.जे.पी.यू. द्वारा विधिक सह-परिवीक्षा अधिकारी को अनिवार्यतः दिये जाने के निर्देश हैं। परन्तु अधिकांश थाना से तत् संबंध में सूचना विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी को प्राप्त नहीं हो पा रही हैं। अतएव उक्ताशय हेतु कार्यवाही पुलिस विभाग से अपेक्षित है। इस संबंध में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पुलिस विभाग को अवगत कराया गया। बालक कल्याण समिति में पुलिस विभाग द्वारा बालको की प्रस्तुति के समय आर फार्म की उपलब्धता अनिवार्य रूप से कराये जाने हेतु कलेक्टर द्वारा निर्देश दिया गया। अध्यक्ष के अनुमति से अन्य विषय पर चर्चा करते हुए जिला बाल संरक्षण इकाई कार्यालय में पदस्त कम्यूटर ऑपरेटर की सेवायें अन्य विभाग में दिये जाने से कार्यालय का कार्य प्रभावित हो रहा है अतएव कार्या, जिला खनिज संस्थान न्यास बेमेतरा से पुनः पदस्थापना मूल कार्यालय में किये जाने पर चर्चा करते हुए कलेक्टर द्वारा संबंधितों को निर्देश दिया गया। इसके पश्चात् जिलाधीश द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर के एजेण्डा पर चर्चा की गई। जिसमें सेंटर में 02 मार्च 2017 से अब तक जिले में संचालित हो रहा है। प्रारंभ 2017 से अब तक कुल 1306 प्रकरण दर्ज है जिसमें 1289 सफलतापूर्ण निराकृत किए गए और 17 प्रकरण लंबित है, अब तक 529 पीड़ित महिलाओं को आश्रय दिया गया। दूसरे एजेण्डा पर चर्चा करते हुये कार्यरत तीन केस वर्कर और एक आई.टी. वर्कर की अनुबंध अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ाने का निर्देश दिया गया। तीसरे एजेण्डा पर चर्चा करते हुए सखी वन स्टॉप सेंटर में एक केस वर्कर और एक बहुउद्देशीय सहायक की नियुक्ति शीघ्र किये जाने का निर्देश दिया गया।