बीएसपी में ठेका श्रमिकों हेतु आरपीएल प्रशिक्षण प्रारंभ
भिलाई। रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग (आरपीएल) एक कौशल प्रमाणन घटक है जो भारतीय युवाओं को उद्योग से संबंधित कौशल प्रमाणन प्राप्त करने में सक्षम बनाते हुए उन्हें बेहतर आजीविका सुरक्षित करने में मदद करेगा। पूर्व में सीखने के अनुभव या कौशल वाले व्यक्ति खुद को पंजीकृत कर सकते हैं और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के आरपीएल घटक के तहत मूल्यांकन और प्रमाणित हो सकते हैं।
इसके ओरिएंटेशन अवधि 12 घंटे की होगी। इस ओरिएंटेशन में 4 घंटे का डोमेन-विशिष्ट प्रशिक्षण, 4 घंटे का सॉफ्ट स्किल्स और उद्यमिता पर प्रशिक्षण, 4 घंटे का सुरक्षा सावधानियों, भूमिकाओं और उत्तरदायित्व पर प्रशिक्षण शामिल है। इसके अतिरिक्त 4 घंटे की आवश्यकता इसके मूल्यांकन प्रक्रियाओं और परीक्षणों और मूल्यांकन के तरीकों के लिए जरूरी होगी। इस प्रकार संपूर्ण प्रशिक्षण 16 घंटे में पूरा किया जाएगा।
इसके माध्यम से 1000 से अधिक ठेका श्रमिकों को प्रशिक्षित करने का प्रस्ताव है। ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों को इस योजना के तहत सीएसवीटीयू के माध्यम से प्रमाणित किया जायेगा। इस प्रशिक्षण के लिए ट्रेड इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, फिटर और क्रेन ऑपरेशन शामिल होंगे। सीएसवीटीयू के साथ कौशल पहचान कार्यक्रम (आरपीएल) के एक भाग के रूप में, बीएसपी ने 2 मार्च, 2022 को इलेक्ट्रीशियन ट्रेड में 5 विभागों के 15 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करते हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मार्च माह में 55 कार्मिकों को प्रशिक्षण देने की योजना है, इसमें दो ट्रेडों यानी वेल्डर और इलेक्ट्रिशियन ट्रेड के कार्मिक भाग ले सकते हैं।
डीजीएम एचआरडी मुकुल सहरिया ने मुख्य अतिथि सीजीएम सीओसीसीडी जी अच्चुता राव का स्वागत किया। श्री राव ने इस आरपीएल प्रशिक्षण भूरि-भूरि प्रशंसा की। जब सीएसआर के जीएम शिवराजन नायर ने कोक ओवन विभाग का दौरा किया। मुख्य महाप्रबंधक सीओ और सीसीडी जी अच्युता राव ने आरपीएल प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया क्योंकि ठेका श्रमिकों की संख्या बढ़ रही है। कोक ओवन एवं कोक केमिकल विभाग गहन श्रम आधारित कार्य करने वाला एक बड़ा विभाग होने के कारण,
यह आरपीएल प्रशिक्षण वास्तव में श्रमिकों के साथ-साथ विभाग के लिए भी एक वरदान साबित होगा। सीजीएम (एचआरडी और बीई), संजय धर ने आरपीएल प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया है और उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में हमें आरपीएल प्रशिक्षण पर विशेष केन्द्रित करना होगा जिससे अधिक से अधिक ठेका श्रमिकों को प्रशिक्षित किया जा सके।