छत्तीसगढ़

कोरिया जिले के बहुचर्चित नगर निगम चिरमिरी में इन दिनों अफसरशाही सर चढ़कर बोल रही

श्री कांत जायसवाल बैकुठपुर

बैकुण्ठपु/कोरिया जिले के बहुचर्चित नगर निगम चिरमिरी में इन दिनों अफसरशाही सर चढ़कर बोल रही है जिसमें साहब तो साहब मेम साहब का रुतबा चर्चा का विषय बना हुआ है दरअसल नव पदस्थ बड़े साहब की मेम साहब द्वारा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को अपने घर के घरेलू काम करने के लिए बाध्य किया जा रहा है जिसमें मेम साहब ने लगभग 8-9 महिला कर्मचारियों को नापसंद कर उन्हें हटा दिया है जिन्हें प्रताड़ना के तौर पर विभिन्न स्थानों में काम करने के लिए कहा जा रहा है और जिन महिलाओं ने इस गतिविधि का विरोध किया तो उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम चिरमिरी में कमिश्नर साहब की पदस्थापना के बाद कर्मचारियों में बड़ा असंतोष व्याप्त है एक तरफ जहां कर्मचारी पिछले 3 माह से वेतन भुगतान के लिए तरस रहे हैं वही निलंबन की प्रताड़ना से कर्मचारियों के जीविका पर बात आ पड़ी है। नगर निगम चिरमिरी में लगभग 15 वर्ष पूर्व कार्यरत स्वर्गीय जीतराम जो लगभग 5.6 वर्ष निगम में ठेका श्रमिक के रूप में कार्य कर रहा था उसकी अचानक मौत हो जाने के बाद तात्कालिक निगम के अधिकारियों द्वारा जीतराम की पत्नी फुल बाई को पार्क में काम करने के लिए बुला लिया गया था ताकि वह अपने छोटे-छोटे बच्चों का भरण पोषण कर सके और इस तरह लगभग वह 10 वर्ष कार्य कर चुकी है ,बीते दिवस फूलबाई नामक विधवा महिला को भी कमिश्नर साहब के घर में काम करने के लिए भेजा गया किंतु कमिश्नर साहब की पत्नी के अडç¸यल और बेरुखी रवैया ने उसे भी नापसंदगी का शिकार होना पड़ा, मैडम की नाराजगी इतनी बढ़ी की रोजी रोटी से हाथ धोना पड़ा, कमिश्नर साहब अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से उस विधवा महिला की निष्ठा बंद (हजारी बंद) करवा दिए हैं, वही उन्हीं के घर का घरेलू कार्य करने के लिए मायाराम भी जो पिछले कई वर्षों से ठेका श्रमिक के रूप में काम कर रहा था उसे भी कमिश्नर साहब के घर भेजा गया मेम साहब के उसी रवैया के कारण उसने भी काम करने से मना कर दिया उसकी भी निगम प्रशासन द्वारा निष्ठा बंद कर दी गई जिसको लेकर क्षेत्र के सभी ठेका श्रमिकों में असंतोष व्याप्त है। सवाल यह उठता है कि नगर निगम चिरमिरी में जो ठेका श्रमिक हैं वह विभिन्न पार्कों में चौक चौराहों एवं अन्य निगम के धरोहरों के देखरेख के लिए नियुक्त किये गए हैं, लेकिन निगम के कमिश्नर साहब अपने घर में बलात बुलाकर घरेलू कार्य करने के लिए सीधे साधे श्रमिकों को प्रताडç¸त कर रहे हैं और उनकी बात नहीं मानने पर उन्हें उनका रोजगार छीन कर अपने बलशाली होने का घृणित परिचय दे रहे हैं। इस संदर्भ में जब पीडç¸त फूलबाई एवं मायाराम नगर निगम के जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई तो उनके द्वारा भी उनका तिरस्कार किया गया और कहा गया कि निगम में नव पदस्थ कमिश्नर साहब के घर में ही काम करना पड़ेगा और यदि काम करना है तो हमारे हिसाब से करना होगा वरना आप लोग बाहर का रास्ता देखिए और दोबारा इस मामले में मेरे पास मत आइएगा,, फूलबाई ने कहा कि मैं एक महिला हूं मुझे लगा था कि मेरा दुख दर्द और तकलीफ महिला जनप्रतिनिधि समझेगी लेकिन उनके द्वारा दो टूक ऐसा जवाब दे देने से मुझे अब न्याय की उम्मीद नहीं लगती फिर भी मैं तत्काल नव पदस्थ कलेक्टर साहब से मिलकर अपनी समस्या उन्हें अवगत कर आऊंगी और यह भी बताऊंगी कि हमसे कमिश्नर साहब के घर में कौन-कौन से कार्य कराए जा रहे थे।
पूरे मामले में अब कलेक्टर कोरिया से प्रभावित लगाएंगे गुहार
पूरे मामले में नगर निगम चिरमिरी में कार्यरत ऐसे दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी कलेक्टर कोरिया से गुहार लगाएंगे और अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराएंगे। प्रभावित सभी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने कहा है कि अब कलेक्टर कोरिया से ही उनकी उम्मीद शेष है अन्य नगर निगम चिरमिरी के जनप्रतिनिधियों से भी उनका विश्वास उठ चुका है कि वह उनके समस्याओं से उन्हें निजात दिला सकेंगे।

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