प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से कार्य करवाने वालो को 5 लाख नौकरियां नही देगी दिखाई – कांग्रेस
भिलाई। भाजपा के रमन सरकार में छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर जहां 22 प्रतिशत तक थी वहीं प्रदेश की भूपेश सरकार द्वारा बेरोजगारों को नौकरी देने के कारण आज बेरोजगारी दर घटकर मात्र 2.1 हो गई है। क्योंकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने 45 लाख हाथों को शासकीय एवं अन्य माध्यम से रोजगार देने का काम किया है। उक्त बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा तीन साल में 5 लाख युवाओं को नौकरियां दिये जाने की जानकारी पर डॉ. रमन सिंह द्वारा सवाल खड़े किये जाने पर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जावेद खान ने कही।
श्री खान ने आगे कहा कि अभी हाल ही मे जिला एंव सत्र न्यायालय दुर्ग मे विभिन्न पदो पर भर्तियां निकली गयी है जिसकी आखिरी तारीख 25 जनवरी रखी गयी है, नागपूर के चाबूख से चलने वाली रमन सरकार और प्लेसमेंट एजेंसी से काम करवाने वाले 15 साल के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को पीड़ा हो रही है कि जो काम वे 15 साल में नहीं कर पाये भूपेश बघेल उसे 3 साल में ही कैसे कर सकते है। 15 साल तक युवाओं के रोजगार को समाप्त करने वाले रमन सिंह को यह कैसे बर्दाश्त होगा कि कांग्रेस सरकार ने 3 साल में ही 5 लाख से अधिक युवाओं के लिये नौकरियों की व्यवस्था की है।
सत्ता परिवर्तन के पहले 2018 में जहां राज्य का बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ऊपर था मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के तीन साल के कार्यकाल में युवाओं को सरकारी नौकरी में अवसर देने एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए जा रहे हैं अनेक रोजगार मूलक कार्यों के चलते घटकर 2.1 प्रतिशत हो गई है जो राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 7.7 प्रतिशत से आधे से भी कम है।
रमन राज में 15 साल तक छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिये सरकारी नौकरी दिवास्वप्न बन गयी थी। भाजपा सरकार 15 सालों में पीएससी की 15 परीक्षायें भी नहीं आयोजित करवा पाई थी। व्यापम तो भाजपा राज में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद युवाओं के सरकारी नौकरी में भर्ती के द्वार खोले गये। नियमित और अनियमित दोनों प्रकार की भर्तियां निकाली गयी।
राज्य लोकसेवा आयोग के माध्यम से 2885 नौकरियां व्यापम के माध्यम से 4530 नौकरियां, 14580 शिक्षकों की भर्तियां, बिजली कंपनी में 3000 नौकरियां, स्वास्थ्य विभाग में 4000 नौकरियां, पुलिस विभाग में 8292 नौकरियां, राजस्व विभाग में 392 नौकरियां, वन विभाग में 3861 नौकरियां, महिला एवं बाल विकास विभाग में 800 से अधिक भर्तियां, 250,000 विभिन्न विभागों में नियमित भर्तियां की गयी, 44 विभागों में 3155 अनुकंपा नियुक्तियां, चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कालेज 1041
अन्य मेडिकल कालेजों में 230 नियुक्ति कृषि उद्यानिक में 1200 नियुक्तियां इसके अलावा 147000 अनियमित को नियमित कर रोजगार दिया। यह तो सरकारी विभागों के रोजगार है। 30000 निजी क्षेत्रों में कांग्रेस सरकार ने 14 लाख परिवारों को वन के माध्यम से रोजगार से जोड़ा तथा 26 लाख से अधिक लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार दिया गया। 59175 बुनकरों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया गया।
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने डॉ. रमन सिंह पर तीखा हमला करते हुए पूछा दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने का वादा करने वाली भाजपा की केंद्र सरकार अब तक कितने करोड़ लोगों को रोजगार दी है जबकि बीते 7 साल में देश में 23 करोड़ हाथों से रोजगार छीना गया है। बेरोजगारी के मामले में देश 45 साल पुराने स्थिति में आकर खड़ी है।
युवाओं के हाथ में काम नहीं है सरकारी कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं। केंद्र सरकार से युवा रोजगार मांगे तो मोदी सरकार के मंत्री उन्हें पकोड़ा तलने की सलाह देते हैं? ऐसे में छत्तीसगढ़ में अगर युवाओं को रोजगार मिल रहे हैं तो भाजपा को तकलीफ होना लाजमी और स्वाभाविक है।