OMG:-मिलिए आगरा के एक ऐसे प्रत्याशी से जो हारने के लिए ही लड़ते हैं चुनाव,ग्राम प्रधान से लेकर राष्ट्रपति तक का लड़ चुके ?OMG:-Meet a candidate from Agra who fights only to lose, has fought from village head to president?
आज आप को मिलवाते हैं आगरा के एक ऐसे प्रत्याशी से जो सिर्फ हारने के लिए ही चुनाव लड़ते हैं.जी हां यह ग्राम प्रधान से लेकर राष्ट्रपति तक का चुनाव लड़ चुके हैं.कई सालों से चुनाव लड़ते चले आ रहे आगरा खेरागढ़ के रहने वाले हसनूराम अंबेडकरी वह व्यक्ति हैं जो 93 बार चुनाव लड़ चुके हैं.एक भी बार उन्होंने चुनाव नहीं जीता है.इस बार भी विधानसभा चुनाव में उन्होंने खेरागढ़ सीट से नामांकन पत्र खरीद कर पर्चा भर दिया है.हसनूराम की चुनाव लड़ने और हारने के पीछे बड़ी ही रोचक कहानी है.1984-85 में हसनूराम उस वक्त बामसेफ के कार्यकर्ता थे और वह बसपा से टिकट मांग रहे थे.लेकिन उस वक्त पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हसनूराम का मजाक उड़ाते हुए उन पर कटाक्ष किया कि तुझे कोई भी वोट नहीं देगा. यहां तक कि उनकी पत्नी तक उनको वोट नहीं देंगी.बस यही बात हसनूराम के दिल को चुभ गई. इस बात को गांठ बांध ली और निकल पड़े चुनाव लड़ने के लिए.अब तक वह 93 बार अलग-अलग चुनाव लड़ चुके हैं.साथ ही 94 बार चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
चुनाव लड़ने के लिए छोड़ी दी थी सरकारी नौकरी .
हसनूराम आजादी के दिन पैदा हुए थे.उनका जन्म 15 अगस्त 1947 को हुआ था.अभी उनकी उम्र 75 साल है.हसनूराम ने बताया कि वह राजस्व विभाग में अमीन के पद पर कार्यरत थे.जब उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बनाया तो उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी को भी त्याग दिया था.उस वक्त जो रुपए पैसे थे उन्हें चुनाव लड़ने में खर्च कर दिए. उन्होंने अपना पहला चुनाव फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा और 17711 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे. इसके बाद से वो लगातार चुनाव लड़ते आ रहे हैं.
सबसे ज्यादा चुनाव लड़ने का बनाना चाहते हैं रिकॉर्ड, 94 वी बार चुनाव लड़ने के लिए भरा पर्चा
हसनूराम ने बताया कि 1985 से वो लगातार चुनाव लड़ रहे हैं.तब से जितनी बार भी विधानसभा, लोकसभा, पंचायत में वो निर्दलीय लड़े हैं. इतना ही नहीं वो राष्ट्रपति पद के लिए भी नामांकन कर चुके हैं. इसके अलावा MLC, सहकारी बैंक सहित 93 बार चुनाव मैदान में उतर चुके हैं. 2022 के विधानसभा चुनाव में वो 94वीं बार मैदान में उतरेंगे.वो आगरा ग्रामीण से 12 बार, खैरागढ़ विधानसभा से 12 बार और फतेहपुर सीकरी विधानसभा से 6 बार चुनाव लड़ चुके हैं . हसनूराम ने कहा कि वो जीतने के लिए नहीं, बल्कि हारने के लिए लड़ते हैं.अब हनसुराम 100 बार चुनाव हारने का रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं.उनका दावा है कि पूरे देश में सबसे ज्यादा चुनाव उन्होंने ही लड़े हैं.