पिथौरा- क्षेत्र में बढ़ने लगी संदिग्धों की आमद, फिर से पिथौरा क्षेत्र में संदिग्ध लोग देखे जा सकते है, जो अलग-अलग तरीके से ठगी को अंजाम दे रहे Pithora- The influx of suspects started increasing in the area, again suspicious people can be seen in Pithora area, who are committing fraud in different ways.

पिथौरा- क्षेत्र में बढ़ने लगी संदिग्धों की आमद, फिर से पिथौरा क्षेत्र में संदिग्ध लोग देखे जा सकते है, जो अलग-अलग तरीके से ठगी को अंजाम दे रहे है, ऐसे लोगो की न कोई मुसाफिरी या पहचान थाने में दर्ज है न कोई ठिकाना, संभावनाएं है की अन्य प्रांतों से आकर कुछ लोग फेरी का सामान बेचने के बहाने कुछ संदिग्ध लोग घरों की रेकी कर रहे है, नगर के गली मोहल्ले ओर ग्रामीण क्षेत्रो में अन्य प्रांतों से ऐसे लोग तरह-तरह के व्यपार करने पहुच रहे है जो लोगो की सुरक्षा पर सेंध लगाने जैसा है, ऐसा ही एक मामला नगर पिथौरा के लहरौद पड़ाव स्थित पतंजलि स्टोर्स से सामने आया है रविवार को दो युवकों ने लहरौद पड़ाव में स्थित पतंजलि स्टोर से दो टीपा खाने का तेल खरीदा जिसके बाद उन्होंने मोबाइल नंबर से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने की बात कही और कुछ देर में उन्होंने पैसा ट्रांसफर करने का रिसिप्ट मोबाइल में दिखाया उसे देखकर दुकान में बैठी संचालक संजय गोयल की बेटी ने रिसिप्ट देखकर सामान दे दिया लेकिन 2 दिनों तक जब उनके अकाउंट में पैसे नहीं आये तब उन्हें अपने ठगे जाने का एहसास हुआ, जिनकी फोटो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई उन्होंने पतासाजी की किंतु उक्त युवकों का कहीं पता नहीं चल पाया बताया जाता है दोनों युवक दोपहिया वाहन में सवार होकर आए थे तेल लेने के बाद रायपुर दिशा की ओर निकल पड़े, नगर में ऐसे संदिग्ध लोग लगातार देखे जा रहे हैं
*व्यापारियों में बढ़ी चिंता*
ऐसे मामलों ने व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है, अपराध पर लगाम लगाने विभाग की भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लग रहे है, नगर में आयेदिन फेरी समान लेकर लोग घरों- दुकानों तक पहुच रहे है व ऐसे लोगों की मुसाफिरी थाने में दर्ज ही नही है
अब तक नहीं लग सका सीसीटीवी कैमरा
करीब 2 वर्ष पूर्व नगर में सीसीटीवी कैमरा लगाने हेतु एक बैठक व्यापारियों जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों के मध्य स्थानीय थाने में रखी गई थी, जिसके बाद दो बार बैठक कर कैमरा हेतु चर्चा की गई सहमति तो जरूर बनी किंतु सीसीटीवी कैमरा लगाने की मुहिम पुनः ठंडे बस्ते में जा चुकी है, हालांकि कुछ निजी संस्थानों में व्यपारियो ने अपनी प्रतिष्ठानों के बाहर कैमरे जरूर लगवाए है लेकिन वह वारदात कर भागने लोगो को ट्रेस करने में नाकाफ़ी है। जिससे क्षेत्र में कोई गंभीर अपराध होने पर कार्यवाही करने में पुलिस को मशक्कत करनी पड़ सकती है।।