नए साल पर सबको चौंकाने के मूड में हैं पूर्व सांसद बिरेंद्र सिंह, तेज हुईं अटकलें Former MP Birender Singh is in a mood to surprise everyone on the new year, speculation intensifies
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जींद. हरियाणा (Haryana) की सियासत से एक बड़ी खबर सामने आई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता बिरेन्द्र सिंह (BJP Leader Birender Singh) नए साल पर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. कहा जा रहा है कि बिरेन्द्र सिंह बीजेपी को बड़ा झटका दे सकते हैं. बीजेपी के कद्दावर नेता अपने बेटे व हिसार से बीजेपी सांसद बृजेन्द्र सिंह (MP Brijendra Singh) को कैबिनेट में जगह नहीं दिए जाने से लगातार नाराज चल रहे हैं. पिछले कई दशकों से बिरेन्द्र सिंह के नजदीकी और सलाहकार रहे कई स्थानीय नेताओं ने उचाना में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी है. स्थानीय नेताओं का कहना है कि बिरेन्द्र सिंह नए साल पर कोई बड़ा राजनीतिक फैसला ले सकते हैं.
दरअसल, एक जनवरी को उचाना में कार्यक्रम होगा, जिसमें बिरेन्द्र सिंह मुख्य अतिथि होंगे. उस दिन बिरेन्द्र सिंह बड़ा फैसला ले सकते हैं. गौरतलब है कि 25 सितंबर को पूर्व उप- प्रधानमंत्री देवी लाल के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में जीन्द में रैली आयोजित की गई थी. यह रैली इनलो द्वारा आयोजित की गई थी. तब मंच पर बिरेन्द्र सिंह अचानक पहुंच गए थे. जिसके बाद बिरेन्द्र सिंह को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति से बाहर कर दिया गया था.
पूरा करने की मुहिम शुरू कर दी है
बिरेन्द्र सिंह समर्थक नेताओं ने कहा जब दीपेंद्र हूडा, दुष्यंत चौटाला, अभय चौटाला और अन्य नेता मुख्यमंत्री का चेहरा बन सकते हैं तो बृजेन्द्र सिंह क्यों नहीं. इसलिए बिरेन्द्र सिंह की एक्टिव पॉलिटिक्स में वापसी करना होगा. यह फैसला सांसद बृजेन्द्र सिंह के अगले कदम पर होगा. इसके अलावा बिरेन्द्र सिंह हमेशा मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते रहे हैं, जिसको अब सांसद बेटे के जरिये पूरा करने की मुहिम शुरू कर दी है.
केंद्र में तीन मंत्रियों का कोटा तय है
बता दें कि 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले बीरेंद्र सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया था. बीरेंद्र सिंह ने इस्तीफा अपने आइएएस पुत्र बृजेंद्र सिंह के राजनीतिक प्रवेश के लिए दिया था. 19 साल तक आइएएस की नौकरी करने के बाद 2019 में राजनीति में आए बृजेंद्र हिसार से भाजपा टिकट पर सांसद भी बन गए. हालांकि, मोदी मंत्रिमंडल पार्ट-दो गठित हुआ तो कटारिया राज्यमंत्री बना दिए गए, इसलिए यह माना गया था कि हरियाणा से केंद्र में तीन मंत्रियों का कोटा तय है.