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*योग के क्षेत्र में ज्ञानेश शर्मा जी का पहल लोगो के स्वास्थ्य के लिए लाभदाई – ज्योतिष*

दिनांक 14/12/2021 को देव संस्कृति विश्वविद्यालय सांकरा दुर्ग में गीता जयंती समारोह में मुख्य अतिथि श्री ज्ञानेश शर्मा, माननीय अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ योग आयोग, कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री वासुदेव शर्मा, संचालक, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, सांकरा जिला दुर्ग, विशेष अतिथि श्री एम एल पाण्डेय, सचिव, छत्तीसगढ़ योग आयोग, श्री दिलीप पानीग्रही, जोन प्रभारी, गायत्री परिवार कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

माननीय अध्यक्ष महोदय ने अपने उद्बबोधन में कहा कि गीता मानव जीवन का संविधान है जिसमें मानव जीवन से सम्बंधित हर पहलू को विस्तार से बताया गया है। हर वर्ग के लिए जीवन जीने के तरीकों के नीति का निर्धारण किया गया है। युवाओ को जीवन जीने का सही तरीका सिखाता है तो बिजुर्गो को मृत्यु का सही अर्थ और मोक्ष प्राप्ति के लिए उपाय बताता है। वास्तव में गीता समस्त मानव जाति के कल्याण का मार्गदर्शक है। जीवन कैसे सफलता पूर्वक व शांति पूर्वक जीना है सिखाती है। जीवन मे कितने भी मुश्किलें या समस्या आये तो भी निडर से जीवन जीने की कला श्रीमद्भागवत गीता से सीख सकते है। यह एक ऐसा संविधान है जिसमे संसोधन या परिवर्तन नहीं किया गया है और न आगे कोई गुंजाइश है। गीता हमें जीवन में निष्काम कर्म एवं सत्य निष्ठा से जीने हेतु मार्ग प्रशस्त करता है।

गीता जयंती समारोह के अवसर पर श्री सी.पी. साहू , उप जोन प्रभारी, गायत्री परिवार, श्री डी.आर. यादव, केंद्रीय प्रतिनिधि रायपुर, श्री लच्छूराम निषाद, जिला समन्वयक, गायत्री परिवार विश्वविद्यालय के प्रोफेसरगण एवं विद्यार्थीगण कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।🙏🏻

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