नई दिल्ली, 09 दिसंबर: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने किसानों के लंबित मुद्दों को संबोधित करने वाले केंद्र सरकार के मसौदा प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। उम्मीद है कि आज किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बुधवार (08 दिसंबर) को घोषणा की कि उनका 14 महीने का आंदोलन गुरुवार (09 दिसंबर) को दोपहर 12 बजे बंद कर दिया जाएगा, लेकिन केंद्र सरकार के संशोधित प्रस्ताव की अंतिम प्रति प्राप्त करने के बाद ही। गुरुवार दोपहर 12 बजे दिल्ली की सिंघू सीमा पर संयुक्त किसान मोर्चा अहम बैठक है। इस बैठक में ही किसान आंदोलन खत्म करने की अधिकारिक घोषणा की जाएगी।
सरकार के साथ विचार-विमर्श करने वाली समिति के पांच सदस्यों में से एक अशोक धावले ने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से एक संशोधित मसौदा प्रस्ताव मिला है, जिसमें उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया गया है।अशोक धावले ने कहा, ”हमें गुरुवार को दोपहर 12 बजे मसौदा प्रस्ताव की अंतिम प्रति प्राप्त होगी। सिंघू सीमा पर एसकेएम नेताओं की बैठक के बाद, हम औपचारिक रूप से विरोध की तीव्रता को कम करने के लिए एक ऐलान करेंगे।”
केंद्र सरकार ने मंगलवार (07 दिसंबर) को संयुक्त किसान मोर्चा की पांच सदस्यीय समिति की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए एक विस्तृत मसौदा भेजा था। किसान संगठन के सूत्रों के मुताबिक जब किसान यूनियनों को केंद्र से सहमत नए मसौदा प्रस्ताव पर औपचारिक संचार प्राप्त होगा तो किसान आंदोलन जल्द ही समाप्त हो जाएगा। बता दें कि किसान आंदोलन 26 नवंबर 2020 से दिल्ली की सिंघू, गाजीपुर और टिकरी सीमा पर शुरू हुआ था।
किसानों के लंबित मुद्दों में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जमानत, बिजली संशोधन विधेयक, 2020/2021 के मसौदे को वापस लेना, किसानों के खिलाफ आपराधिक मामले वापस लेना और साल भर के विरोध के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजा शामिल हैं।
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एसकेएम ने बुधवार को अपनी कोर कमेटी की बैठक के बाद एक बयान में कहा, ”सरकार के नए प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। अब सरकार के लेटरहेड पर हस्ताक्षर किए गए एक औपचारिक संचार की प्रतीक्षा है। एसकेएम गुरुवार को दोपहर 12 बजे सिंघू सीमा पर फिर से बैठक करेगा, इसके बाद औपचारिक निर्णय लेगा।”