छत्तीसगढ़

कृषि महाविद्यालय नारायणपुर में मृदा दिवस सम्पन्न

कृषि महाविद्यालय नारायणपुर में मृदा दिवस सम्पन्न
      नारायणपुर, 6 दिसम्बर 2021- कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, नारायणपुर द्वारा ग्राम केरलापाल में विश्व मृदा दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थी एवं कृषकगण भी आनलाईन एवं आफलाईन उपस्थित थे। जिसमें अधिष्ठाता, महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र नारायणपुर द्वारा कृषको को आन लाईन मृदा का महत्व बताते हुए बताया कि मिटटी की उर्वरता को बनाये रखना बहुत ही आवश्यकता है, उर्वरता के नहीं होने पर पौधे की सेहत पर असर पड़ता है। खेतों में उर्वरक एवं कीटनाशकों का अति प्रयोग होने के कारण मिटटी के स्वास्थ पर प्रतिकुल प्रभाव के साथ मृदा जहरीली होती जा रही है, जिससे कि मृदा में सुक्ष्म जीवाणुओं की कमी होती जा रही है, इस तरह से विभिन्न फसलों के पौधें पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ता हैं, मृदा के स्वास्थय पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ने पर पौधें पर भी प्रभाव पड़ता है। किसानों को जैविक खाद, गोबर खाद एवं वर्मी कम्पोस्ट का अत्यधिक मात्रा में उपयोंग करने के लिये सुझाव दिया गया, तकि मृदा का गुणवत्ता बनाई रखी जा सके। अधिष्ठाता ने आगे बताया कि जब जरूरत हो तभी कीटनाशकों का प्रयोग करें, मृदा परीक्षण जरूर करावें और पोषक तत्वों के उपलब्धता के आधार पर सन्तुलित मात्रा में उपयोग करें।
 डा.ॅ जे.एल.नाग सह.प्राध्यायपक, उद्यानकी, ने कहा कि मिटटी के अनुसार फसलों चयन करें एवं उद्यानीकी फसलों का चयन कर सन्तुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग करें साथ ही मृदा गुणवत्ता को बनाये रखे आवश्यकता पड़ने पर ट्राईकोडर्मा का उपयोग करने की सलाह दिया गया।  इस कार्यक्रम में डॉ. अनिल दिब्या (सहा.प्राध्यायपक, कृषि अर्थशास्त्र), कार्यक्रम का संचालन किया इस अवसर पर लगभग 150 कृषकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे। इस दौरान कृषकों को सब्जी पौधे के साथ अन्य पौधों का वितरण किया गया।

Related Articles

Back to top button