र्षद सूरज हत्याकांड का खुलासा…दो साल पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह, वारदात के सप्ताह भर बाद पांच आरोपियों की हुई गिरफ्तारी…पढ़िए पूरी डिटेल
भिलाई । भिलाई-चरोदा नगर निगम के हथखोज वार्ड पार्षद सूरज बंछोर की हत्या में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दो साल पुरानी रंजिश के चलते आरोपियों ने 15 नवंबर को हत्या को अंजाम दिया। सप्ताह भर बाद पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों से दो नग देशी कट्टा, चार जिंदा कारतूस एवं दो मोटर साइकिल जब्त किया गया है।
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्रीनारायण मीणा ने आज पत्रकारवार्ता लेकर कांग्रेसी पार्षद सूरज बंछोर की सनसनीखेज हत्या का खुलासा किया। माामले में आरोपी दीनू उर्फ दिनेश पाल (41 वर्ष), बालाजी नगर खुर्सीपार और उत्तम सोना उर्फ पुरुषोत्तम सोना (32 वर्ष) बालाजी नगर खुर्सीपार और दीपक उर्फ भुरु साहू (32 वर्ष) पुरानी बस्ती छावनी खुसीपार को जांजगीर चांपा में दबोचा गया। वहीं लोकेश साहू (20 वर्ष) हथखोज निवासी व मोहन खुर्सीपार निवासी को भी हत्या के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों से दो नग देशी कट्टा, चार जिंदा कारतूस हत्या में प्रयुक्त धरादार कटाव व गुप्ती सहित अपराध के दौरान उपयोग में लायी गई दो मोटर साइकिल जब्त किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बद्री नारारायण मीणा ने बताया कि गठित टीम निरीक्षक विशाल सोन एवं निरीक्षक जितेन्द्र वर्मा की टीम ने घटना स्थल से लेकर हर संभावित स्थानों के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। सायबर सेल प्रभारी गौरव तिवारी एवं भिलाई तीन टीआई विनय सिंह बघेल और उनकी टीम लगातार आरोपियों की पतासाजी में जुटी रही। इस दौरान पुलिस को जानकारी हुई कि दो साल पहले दिनेश पाल उर्फ दीनू के साथ पार्षद सूरज बंछोर की मारपीट हुई थी।
दीनू की तलाश शुरू की गई तो वह घटना दिनांक से ही गायब मिला। परिचितों से पूछताछ के आधार पर सहायक उपनिरीक्षक राजेश पांडेय के नेतृत्व में आरक्षक संदीप सिंह, सत्येंद्र मढरिया, रिंकू सोनी, शहबाज खान को जांजगीर भेजा गया। जहां शक्ती थाना प्रभारी रुपक शर्मा से सहयोग लेकर तीनों संदेहियों को गिरफ्तार किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री मीणा के मुताबिक मृतक सूरज बंछोर का कई कारणों से दीनू पाल से विवाद था। डेढ़ वर्ष पहले मनोज चौधरी और आशिक विश्वकर्मा ने विवाद के कारण दीनू पाल को मारपीट कर घायल कर दिया था। इस घटना के बाद दीनू बदले की भावना से मनोज व आशिक को सबक सिखाना चाह रहा था। लेकिन सूरज बंछोर, मनोज व आशिक को मदद कर रहा था। दीनू पाल कुछ माह पहले देशी कट्टा रखने के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। दीनू पाल के अनुसार उस कट्टे को सूरज बंछोर ने उसे रखने के लिए दिया था। जिसकी वजह से उसे जेल जाना पड़ा। इस मामले में सूरज से कोई मदद नहीं मिलने से दीनू की नाराजगी बढ़ गई थी। इसके अलावा हथखोज में दीनू के पान ठेला लगाने पर भी सूरज बंछोर ने आपत्ति जताया था। इससे दीनू पाल ने सूरज की हत्या करने का मन बना लिया।
इसके लिए उसने पुरुषोत्तम उर्फ बूढ़ा और दीपक उर्फ भूरा को शामिल किया। हत्या के उद्देश्य खुर्सीपार निवासी मोहन को कट्टा उपलब्ध कराने का जिम्मा आरोपियों ने दिया। कुछ समय पूर्व ही मोहन ने दो नग देशी कट्टा उपलब्ध करा दिया। पत्रकार वार्ता में एडिशनल एसपी संजय ध्रुव और सीएसपी भिलाई-3 विश्वास चंद्राकर उपस्थित थे।