*शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर एवं गोवर्धन साहू की स्मृति में गुरु महिमा पूर्णिमा पाठ भजन कीर्तन की कार्यक्रम आयोजन किया गया*

बेमेतरा:- बेरला श्री सदगुरु कबीर आश्रम बेरला में शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर एवं गोवर्धन साहू की स्मृति में गुरु महिमा पूर्णिमा पाठ भजन कीर्तन की कार्यक्रम आयोजन किया गया। महंत रामनाथ दास साहेब द्वारा गुरु महिमा पाठ पूर्णिमा पाठ किया तनेश्वर साहू द्वारा सदगुरु कबीर साहब की सुंदर भजन साधु अंधाधुंध अंधियारा, मोको कहां ढूंढे बंदे मैं तो तेरे पास में भजन प्रस्तुत की तबले में संगत धर्मेंद्र पाटिल डॉ प्रेम प्रकाश मानिकपुरी एवं बैंजो में राजकुमार ताम्रकार सूर् दिए
सुशील कुमार साहू अपने विचार रखते हुए कहे शरद पूर्णिमा यह अलौकिक पूर्णिमा है। आज के दिन चंद्रमा से अमृत बरसते हैं। चंद्रमा की सोलह कलाओं पूर्ण होते हैं हम संसार के मनुष्यों के लिए अमृत बरसाते हैं स्वाति नक्षत्र की जब वर्षा होते हैं पपीहा पक्षी हैं। उसी जल को पीकर अपनी जीवन निष्ठा पुर्व रहते हैं। सद्गुरु के स्वाति नक्षत्र के वर्षा के रूप में अमृतवाणी बरसते हैं उस अमृतवाणी को अपने हृदय में चातक पक्षी के समान पीकर अमल करना चाहिए। शरद पूर्णिमा के दिन भगवान कृष्ण वृंदावन में महारास लीला की जिसमें भगवान शंकर गोपी बनकर रासलीला की आनंद लिए उसी दिन भगवान शंकर की गोपेश्वर नाम पड़ा हम किसानों के लिए शरद पूर्णिमा बहुत महत्वपूर्ण के दिन हैं औषधि को खीर में डाल करके दमा खांसी इत्यादि बीमारी ठीक होते हैं। खीर की बहुत महत्व है सतलोक वासी गोवर्धन साहू जो अध्यक्ष पद पर रहते हुए सतलोक गमन हुए उनकी सरल स्वभाव शांति के मूर्ति संगीत में निपुण कबीर पंथ की कार्यक्रम में सेवा करते हुए कहे रामायण मंडली सामाजिक सेवा ग्राम की सेवा इस लोक से परम लोक को प्राप्त हुए ऐसे महापुरुष को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। साहनी राम गुरु जी अपने विचार में कहे मनुष्य जीवन को मानव की तरह जीना चाहिए जिस प्रकार सदगुरु कबीर साहब इस भवसागर में आए और सत्य की संदेश देकर पूरे संसार को प्रकाशित किए द्ववारका राम साहू कहे जीवन में गुरु और शिष्य को समझने की जरूरत है मन से गुरु और शिष्य शरद पूर्णिमा की तरह हम सबको प्रकाशित होना चाहिए। दिलीप साहू कहे मनुष्य योनि बार-बार नहीं आते हैं ऐसा कहकर सभा को संबोधित किए। सीताराम साहू, जेठू राम साहू आभार प्रदर्शन तखत राम साहू अध्यक्ष कबीर पंथ बेरला क्षेत्र की डॉ केशव राम साहू साधु खेमई दास भकला राम ईश्वरदास तिजुराम भंडारी कोदूराम श्याम सुंदर भगवानी राम खिलानंद कु भूमिका मनरखन इत्यादि कबीरपंथी समाज के सेवक सती गण उपस्थित रहे। कार्तिक पूर्णिमा मानिकपुरी समाज की तरफ से होगे।