
एक महिला को मृत्यु हो गई। देवदूत उसे स्वर्ग ले जाने लगे। रास्ते मे नरक पड़ता था। वे कुछ समय वहीं रूक गये। महिला ने देखा कि वहां बेहतरीन आहार की कोई कमी नहीं है। वहां चम्मच से ही भोजन करना आवश्यक था। लेकिन समस्या चम्मच की लम्बाई से थी। उसकी लम्बाई तो लोगों की लम्बाई से भी अधिक थी। वे उससे आहार निकालने की कोशिश करते लेकिन उनका हर प्रयास असफल हो रहा था। वे चिड़चिड़े, दुःखी और भूखे रह जाते थे।
महिला और देवदूत आगे स्वर्ग की तरफ चल दिये। स्वर्ग पहुंच कर महिला आश्चर्यचकित रह गयी। उसने देखा कि स्वर्ग में भी समान परिस्थिति है। वहां भी हरएक के पास वैसी ही चम्मच है। वहां लोग स्वस्थ और खुशहाल हैं।

महिला ने आश्चर्य से पूछा-“आखिर ये लोग इतने अलग क्यों हैं?”
दूत ने जवाब दिया-“वे एक-दूसरे को भोजन करा रहे हैं। इन लोगों ने प्रेम से रहने का तरीका ढूंढ लिया है।”

इस लघु हिंदी कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि मिलजुल कर रहने में सबकी भलाई होती है और मुश्किल से मुश्किल काम भी आसानी से हल हो जाता है।
एक महिला को मृत्यु हो गई। देवदूत उसे स्वर्ग ले जाने लगे। रास्ते मे नरक पड़ता था। वे कुछ समय वहीं रूक गये। महिला ने देखा कि वहां बेहतरीन आहार की कोई कमी नहीं है। वहां चम्मच से ही भोजन करना आवश्यक था। लेकिन समस्या चम्मच की लम्बाई से थी। उसकी लम्बाई तो लोगों की लम्बाई से भी अधिक थी। वे उससे आहार निकालने की कोशिश करते लेकिन उनका हर प्रयास असफल हो रहा था। वे चिड़चिड़े, दुःखी और भूखे रह जाते थे।
महिला और देवदूत आगे स्वर्ग की तरफ चल दिये। स्वर्ग पहुंच कर महिला आश्चर्यचकित रह गयी। उसने देखा कि स्वर्ग में भी समान परिस्थिति है। वहां भी हरएक के पास वैसी ही चम्मच है। वहां लोग स्वस्थ और खुशहाल हैं।
महिला ने आश्चर्य से पूछा-“आखिर ये लोग इतने अलग क्यों हैं?”
दूत ने जवाब दिया-“वे एक-दूसरे को भोजन करा रहे हैं। इन लोगों ने प्रेम से रहने का तरीका ढूंढ लिया है।”
इस लघु हिंदी कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि मिलजुल कर रहने में सबकी भलाई होती है और मुश्किल से मुश्किल काम भी आसानी से हल हो जाता है।