छत्तीसगढ़

रोजगार सहायक दे रहा भ्रष्टाचार को अंजाम, ग्रामवासी हो रहें परेशान अब सामने आ रही है रोजगार सहायक की मनमानी The employment assistant is giving the result of corruption, the villagers are getting upset, now the arbitrariness of the employment assistant is coming to the fore

रोजगार सहायक दे रहा भ्रष्टाचार को अंजाम, ग्रामवासी हो रहें परेशान अब सामने आ रही है रोजगार सहायक की मनमानी

बिलासपुर  से भूपेंद्र की रिपोर्ट
कोटा/रतनपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत खरगहनी में ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक द्वारा किया जा रहा भ्रष्टाचार,
रोजगार सहायक कर रहा है जबरदस्त मनमानी।

 

गरीब ग्रामवासियों से राशन कार्ड बनवाने के लिए रिश्वतखोरी कर रहा है, वृद्धा पेंशन बनवाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा है और रिश्वत देने के बावजूद भी काम नहीं हुआ है।
गरीब ग्रामवासियों परेशानी से जूझ रहे हैं, अपने काम कराने के लिए रिश्वत देने के लिए मजबूर कर रहा है।

कोरोना काल में शासन के द्वारा नि:शूल्क राशन दिया जा रहा है गरीब जनता के मदद के लिए और ग्राम पंचायत खरगहनी के रोजगार सहायक नंदकुमार केवट के द्वारा रिश्वतखोरी कर राशन कार्ड बनवाने का काम चल रहा है रोजगार सहायक नंदकुमार केवट के द्वारा खुलकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।

ग्राम पंचायत खरगहनी के ग्रामवासी बहुत परेशान है यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इनकी समस्या शासन तक नहीं पहुंच पाती है इसलिए ग्रामवासियों के दौरा सबका संदेश न्यूज़ चैनल के माध्यम से अपनी समस्या शासन प्रशासन तक पहुँचा रहें हैं।

ग्राम पंचायत खरगहनी के रोजगार सहायक नंदकुमार केवट के द्वारा खुलकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है गरीब ग्रामवासियों से काम करवाने के लिए रिश्वतखोरी कर रहा है और ग्रामवासियों की समस्या बढ़ती जा रही है, ग्रामवासियों के द्वारा शिकायत करने की बात करते हैं तो रोजगार सहायक नंदकुमार केवट के द्वारा खुलकर कहता है मेरा कुछ नही होगा मैं ग्राम पंचायत खरगहनी का मुख्य रोजगार सहायक हूँ मेरे हस्ताक्षर से ही ग्राम पंचायत खरगहनी के सभी काम काज होते हैं मैं ग्राम पंचायत का मुख्य कार्यकर्ता हूँ मेरे खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होगी और तुम्हारा ग्राम पंचायत से संबंधित कोई भी काम नहीं होने दुंगा ये कहकर सबकों मौन कर देता है।
ग्राम पंचायत खरगहनी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है यहाँ कम पढ़े लिखे लोग है डर जातें हैं गरीब ग्रामवासियों के सीधापन का गलत फायदा उठा रहा है।
ग्रामवासी रोजगार सहायक नंदकुमार केवट के ऐसे व्यवहार से ग्रामवासी असंतुष्ट है, नाराज है।

नरसिंह पोर्ते,
राशन कार्ड बनाने के लिए चार माह पहले से एक हजार रुपये रिश्वत लिया हैं।

घासीराम केवट,
वृद्धा पेंशन बनाने के लिए दो साल पहले से चार सौ रूपये रिश्वत लिया हैं।

सहोदराबाई यादव,
राशनकार्ड बनाने के लिए पन्द्रह सौ रूपये रिश्वत लिया है।

नंदराम केवट,
राशन कार्ड बनवाने के लिए पन्द्रह सौ रूपये रिश्वत लिया है।

शिवकुमार धनुहार,
राशन कार्ड बनाने के लिए एक हजार रुपये रिश्वत लिया है

भूपेंद्र सबका संदेश न्यूज़ रिपोर्टर
बिलासपुर 9691444583

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