छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के कवर्धा शहर में झंडे को लेकर हुई हिंसा ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया

छत्तीसगढ़ के कवर्धा शहर में झंडे को लेकर हुई हिंसा ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। उपद्रव को लेकर शुरू हुई प्रशासनिक कार्रवाई में कई भाजपा नेताओं के नाम भी आ गए हैं। पुलिस ने भाजपा सांसद संतोष पांडेय, पूर्व CM डॉ. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह सहित 14 भाजपा नेताओं पर अशांति फैलाने के आरोप में FIR दर्ज की है। इनके ऊपर बलवा करने साथ ही सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने की धारा लगाई गई है। एक वीडियो भी ट्वीटर पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक रैली की अगुवाई करते पूर्व सांसद अभिषेक सिंह नजर आ रहे हैं । इस रैली में आपत्ति जनक बातें कही जा रही हैं। वीडियो का ऑडियो सुनने पर कई भड़काऊ नारे लगते सुनाई दे रहे हैं। कई कांग्रेस नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। FIR वाली कार्रवाई के बाद इसे एक तरफा और राजनीतिक भावना से की गई कार्रवाई बताते हुए भाजपा नेताओं के एक दल ने शुक्रवार की शाम राजभनवन जाकर राज्यपाल से इस मामले में सरकार से जांच करवाने और रिपोर्ट लेने की मांग की है। राज्यपाल से मिलने वालों में भाजपा सांसद संतोष पांडे, डॉ रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल और सुनील सोनी शामिल थे।

कर्वधा शहर में 5 अक्टूबर को हुए उपद्रव के बाद पुलिस ने 3 अलग-अलग FIR दर्ज की थी। भाजपा ने जब FIR की कॉपी कोर्ट से निकलवाई, तो पता चला कि वरिष्ठ नेताओं का नाम भी जोड़े गए हैं। इनमें सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी, अशोक साहू, प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, भाजयुमो जिलाध्यक्ष पीयूष ठाकुर, VHP जिला प्रमुख नंदलाल चंद्राकर सहित कैलाश चंद्रवंशी, राजेंद्र चंद्रवंशी, पन्ना चंद्रवंशी, उमंग पांडेय, राहुल चौरसिया, भुनेश्वर चंद्राकर के नाम शामिल हैं।

BJP सांसद-पूर्व सांसद पर केस:FIR में पूर्व CM रमन सिंह के बेटे अभिषेक, सांसद संतोष पांडेय समेत 14 नाम, कवर्धा भड़काऊ नारेबाजी का वीडियो वायरल
कवर्धा7 घंटे पहले

छत्तीसगढ़ के कवर्धा शहर में झंडे को लेकर हुई हिंसा ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। उपद्रव को लेकर शुरू हुई प्रशासनिक कार्रवाई में कई भाजपा नेताओं के नाम भी आ गए हैं। पुलिस ने भाजपा सांसद संतोष पांडेय, पूर्व CM डॉ. रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह सहित 14 भाजपा नेताओं पर अशांति फैलाने के आरोप में FIR दर्ज की है। इनके ऊपर बलवा करने साथ ही सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने की धारा लगाई गई है। एक वीडियो भी ट्वीटर पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक रैली की अगुवाई करते पूर्व सांसद अभिषेक सिंह नजर आ रहे हैं । इस रैली में आपत्ति जनक बातें कही जा रही हैं। वीडियो का ऑडियो सुनने पर कई भड़काऊ नारे लगते सुनाई दे रहे हैं। कई कांग्रेस नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। FIR वाली कार्रवाई के बाद इसे एक तरफा और राजनीतिक भावना से की गई कार्रवाई बताते हुए भाजपा नेताओं के एक दल ने शुक्रवार की शाम राजभनवन जाकर राज्यपाल से इस मामले में सरकार से जांच करवाने और रिपोर्ट लेने की मांग की है। राज्यपाल से मिलने वालों में भाजपा सांसद संतोष पांडे, डॉ रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल और सुनील सोनी शामिल थे।

कर्वधा शहर में 5 अक्टूबर को हुए उपद्रव के बाद पुलिस ने 3 अलग-अलग FIR दर्ज की थी। भाजपा ने जब FIR की कॉपी कोर्ट से निकलवाई, तो पता चला कि वरिष्ठ नेताओं का नाम भी जोड़े गए हैं। इनमें सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी, अशोक साहू, प्रदेश मंत्री विजय शर्मा, जिलाध्यक्ष अनिल सिंह, भाजयुमो जिलाध्यक्ष पीयूष ठाकुर, VHP जिला प्रमुख नंदलाल चंद्राकर सहित कैलाश चंद्रवंशी, राजेंद्र चंद्रवंशी, पन्ना चंद्रवंशी, उमंग पांडेय, राहुल चौरसिया, भुनेश्वर चंद्राकर के नाम शामिल हैं।

एक दिन पहले ही आईजी के खिलाफ FIR दर्ज कराने के लिए गए थे भाजपा नेता। – Dainik Bhaskar
एक दिन पहले ही आईजी के खिलाफ FIR दर्ज कराने के लिए गए थे भाजपा नेता।
सांसद संतोष पांडेय ने कहा- यह पुलिस कांग्रेस कमेटी
सांसद संतोष पांडेय ने कहा, ये जो PCC कहते हैं न प्रदेश कांग्रेस कमेटी को, यह दरअसल पुलिस कांग्रेस कमेटी हो गई है। प्रशासन के साथ हुई बातचीत में 59 लोगों की गिरफ्तारी के बाद इस संख्या को आगे न बढ़ाने को लेकर आश्वासन दिया गया था। इन 59 लोगों में भी जो दोषी नहीं हैं, उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है। बाद में फिर से जो 14 नाम जोड़े गए हैं, यह राजनीतिक विद्वेष की भावना को दर्शाता है। SP मोहित गर्ग ने कहा कि मामला संवेदनशील है। इसलिए वे बिना सूची देखें नाम नहीं बता सकेंगे।

झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था हंगामा
पूरा विवाद वार्ड नंबर 27 के लोहारा नाका चौक इलाके में झंडा लगाने को लेकर शुरू हुआ था। रविवार दोपहर कुछ युवकों ने अपना झंडा चौराहे पर लगा दिया। इसी बात को लेकर दो गुटों के युवक सड़क पर लाठी-डंडे लेकर उतर आए। एक दूसरे को पीटा। पत्थरबाजी हुई। पुलिस की आंखों के सामने एक युवक को भीड़ पीटती रही।वीडियो वायरल हुआ मारपीट में 8 लोग घायल हुए हैं। इनका इलाज कवर्धा के अस्पताल में कराया जा रहा है। इसके बाद सोमवार को शांति समिति की बैठक भी बुलाई गई थी। जिसका कोई असर नही दिखा

Related Articles

Back to top button