छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

सडक़ चौड़ीकरण से डबरापारा पूल पर लग रहा जाम

शाम ढलते ही बढ़ जाती है दुर्घटना की आशंका

भिलाई। फ्लाई ओव्हर निर्माण करने से पहले हो रहे सडक़ चौड़ीकरण से फोरलेन के डबरापारा पूल पर जाम लगने की समस्या बढ़ गई है। भिलाई-3 से खुर्सीपार की दिशा में लग रही जाम में भारी वाहनों के बीच दुपहिया वाहन चालक लगभग गुम से हो जा रहे है। शाम ढलने के साथ ही जाम लगने से दुर्घटना की संभावना बनी हुई है।

फोरलेन के ट्रांसपोर्ट नगर तिराहे पर फ्लाई ओव्हर बनना है। इसके लिए डबरापारा रेलवे पूल से गुजरी सडक़ की चौड़ाई बढ़ाया जा रहा है। फ्लाई ओव्हर निर्माण शुरू करने पर मुख्य सडक़ का आधा हिस्सा उसकी जद में आ जाएगा। पूल के हिस्से पर फोरलेन सडक़ निर्माण के दौरान सर्विस लेन नहीं बनाया गया है। इस स्थिति में आवाजाही बाधित न हो इसलिए फ्लाई ओव्हर का काम शुरू करने से पहले पूल के दोनों ओर सडक़ की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। इसके लिए दोनों ओर की गहाई वाली जगह पर मौजूदा सडक़ के समानांतर कांक्रीट की दीवार खड़ी करते हुए उंचाई के अनुरुप मुरुम अथवा अन्य मटेरियल से भरा जाना है। यह कार्य अभी प्रगति पर है और इसके लिए मुख्य आवाजाही वाली सडक़ पर ही सीमा रेखा बनाते हुए बेरिकेटिंग की गई है। इससे सडक़ की चौड़ाई फिलहाल कम हो गई है और जाम लगने की वजह भी यही माना जा रहा है।

गौरतलब रहे कि डबरापारा पूल के ठीक सामने में ही ट्रांसपोर्ट नगर तिराहा है। रायपुर की दिशा से आने वाली भारी वाहन इसी तिराहे से मुडक़र औद्योगिक क्षेत्र और ट्रांसपोर्ट नगर की ओर जाते हैं। इसके चलते कई बार सीधे दुर्ग की ओर जाने वाले वाहनों को तिराहे का सिग्नल ग्रीन रहने के बावजूद रुकना पड़ता है। ऐसी स्थिति में जब तक ट्रांसपोर्ट नगर तथा औद्योगि क्षेत्र की ओर जाने वाले वाहनों की कतार खत्म होती है उससे पहले ही रेड सिग्नल हो जाने से सीधे गुजरने वाले वाहनों को फिर से ग्रीन सिग्नल का इंतजार करना पड़ता है। इस चक्कर में डबरा पारा नहर से लेकर पूल की ओर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। इन वाहनों में कुछ सीधे दुर्ग की ओर जाने वालेहोते हैं तो कुछ को औद्योगिक क्षेत्र और ट्रांसपोर्ट नगर की ओर मुडऩा पड़ता है। इसके चलते मचने वाली आपाधापी के दौरान दुपहिया वाहन चालकों के साथ दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है।

दरअशल, डबरापारा पूल पर दोनों दिशा में सर्विसलेन बना ही नहीं था। इस वजह से भारी वाहनों के साथ सर्विसलेन पर चलने वाले छोटे चार पहिया व दुपहिया वाहन वालों की मजबूरी मेनलेन पर गुजरने की बनी हुई है। अब जब फ्लाई ओव्हर निर्माण को गति देने से पहले सडक़ की चौड़ाई बढ़ाने का काम बिना किसी बाधा के पूरा करने मुख्य सडक़ को छूते हुए बेरिकेट्स लगा दिया गया है तो दिक्कत में और भी ज्यादा इजाफा होने से जाम के साथ दुर्घटना का खतरा बना हुआ है।

बंद है ट्यूबलर पोल की लाइटें

डबरापारा पूल वाला हिस्सा भिलाई-चरोदा नगर निगम के दायरे में है। निगम की ओर से सडक़ को रौशन करने के लिए डिवाइडर पर ट्यूबलर पोल लगाई गई है। लेकिन फ्लाई ओव्हर निर्माण कार्य के लिए ट्यूबलर पोल का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। इस वजह से रात के वक्त डबरापारा पूल की सडक़ अंधेरे में डूबी रहती है। वाहनों के जाम लगने और रौशनी की व्यवस्था नहीं होने से शाम ढलते ही इस जगह पर दुर्घटना घटितहोने की परिस्थिति अनेकों बार निर्मित होती है। हालांकि अभी तक बड़ी दुर्घटना यहां पर नहीं हो सकी है लेकिन आने वाले दिनों में यह आशंका सही साबित हो सकती है।

नियम की अनदेखी से दिक्कत

ट्रांसपोर्ट नगर तिराहे पर सडक़ चौड़ीकरण के चलते रायपुर से दुर्ग की दिशा में लगने वाली जाम के लिए काफी हद तक ट्रेफिक नियमों की अनदेखी जिम्मेदार है। नियमत: किसी भी तिराहा या चौराहे में जिस दिशा में मुडऩा है सडक़ के उसी किनारे में वाहन को रेड सिग्नल होने की स्थिति के दौरान खड़ा होना चाहिए। लेकिन शहर के किसी भी चौक चौराहे पर इस नियम का पालन नहीं हो पा रहा है। ट्रांसपोर्ट नगर तिराहे में ही औद्योगिक क्षेत्र की ओर मुडऩे वाले वाहनों के साथ ही दुर्ग की ओ्र सीधे जाने वाले वाहन भी डिवाइडर से सटकर खड़े होते हैं। ऐसे मेंसीधे जाने ाल वाहनों को आगे बढऩे के लिए तिराहे से मुडऩे वाले वाहनों के गुजरने का इंतजार रना जाम लगने का कारण बन रहा है।

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