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Pregnancy के दौरान ड्राइविंग के समय इन बातों का जरूर रखें ख्याल, टिप्स फॉर कार ड्राइविंग While driving during pregnancy, keep these things in mind, Tips for car driving

नई दिल्ली. वैसे तो प्रेग्नेंसी में हर समय खुदका काफी ध्यान रखना होता है बहुत सी सावाधानियां बरतनी होती हैं लेकिन इस अवस्था में यदि आपको ड्राइविंग करनी पड़े तो बहुत अधिक ख्याल रखने की जरूरत होती है. प्रेग्नेंसी के शुरूआती दिनों में जब किसी महिला को कार ड्राइव करनी पड़ जाए तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान ज़रूरी हो जाता है. ऐसी हालत में कार में उठना-बैठने का तरीका और सीट बेल्ट लगाना सबसे अहम है. तो आइये जानते है प्रेग्नेंसी के दौरान आपको ड्राइव करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है.लंबा सफर करने से बचें – सबसे पहले, जहां तक हो सके प्रेग्नेंसी के दौरान लंबी यात्रा करने से बचें, खासकर जब डिलिवरी की तारीख नजदीक हो. शुरूआती दिनों में अगर जाना जरूरी हो तब सफर के बीच कुछ देर का एक ब्रेक लें, इसके लिए आप पैरों को फैलाएं, ऐंकल को घुमाएं और पैर के अंगूठे को हिलाएं, ऐसा करने से आपकी बॉडी को रिलैक्स मिलेगा.

सीट बेल्ट लगाने का सही तरीका – प्रेग्नेंसी के दौरान अगर कार ड्राइव करने में या साइड वाली सीट पर बैठने पर सीट बेल्ट सही तरीके से लगाना बेहद जरूरी है. सीट बेल्ट पहनते समय ध्यान रखे कि बेल्ट को एब्डॉमिनल से नीचे होना चाहिए और कंधो के बगल से गुजरने वाला सीट बेल्ट सीने के बीच रखे.

 

कमर के पीछे होती है सपोर्ट आवश्यकता – अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान कमर से जुड़ा दर्द बहुत परेशान करता है, ऐसे में अगर ड्राइविंग करने की नौबत आ जाए तो कमर को सपोर्ट देने के लिए आप एक तकिया लगा लें इसलिए कार में हमेशा एक तकिया जरूर रखें यह काफी जरुरी है

 

समतल रोड़ पर ही चलाये कार – प्रेग्नेंसी के टाइम पीरियड में ड्राइविंग करते समय कार को समतल भूमि या रोड पर ही चलाने की कोशिश करे. इस दौरान किसी भी प्रकार के गड्ढे से काफी नुकसान पहुंच सकता है. इसके अलावा गाड़ी की स्पीड भी बहुत कम रखें ताकि किसी भी इमरजेंसी में ब्रेक तेज़ी से न लगे और कार को आसानी से रोका जा सके.स्टीयरिंग व्हील से दूरी है बेहद ज़रूरी – गाड़ी चलाते वक्त पेट पर किसी तरह का दबाव महूसस न हो इसलिए कोशिश करें की स्टीयरिंग व्हील से दूरी बनाए रखें. आप अपनी सहूलियत के हिसाब से कार की सीट को आगे-पीछे भी कर सकते है ताकि इमरजेंसी में यदि एयरबैग खुलता है तो उसका सीधा दबाव आपके पेट पर न आये.

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