उच्च शिक्षा की बेहतर अधोसंरचना तैयार, नियुक्तियों के खुले द्वार:Better infrastructure ready for higher education, open doors for appointments
4 करोड़ 83 लाख रुपए के लागत से बने शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय के लोकार्पण के अवसर पर मुख्यमंत्री ने किया संबोधन
दुर्ग। उच्च शिक्षा की बेहतरीन अधोसरंचना हमने तैयार की है। जहाँ जरूरत है वहां पर नये महाविद्यालय आरंभ किये हैं और यहां सुविधाओं में भी काफी इजाफा किया है। रोजगार के द्वार भी सरकार ने खोले हैं। अभी विद्युत कंपनी, असिस्टेंट प्रोफेसर, पटवारी, पुलिस आदि की नियुक्ति की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में गोधन न्याय योजना आदि योजनाओं के माध्यम से अतिरिक्त आय का द्वार खुला है। यह बात शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय के लोकार्पण के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कही। 1985 से बने इस महाविद्यालय के लिए भवन 4 करोड़ 83 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में 10 लाख क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन हुआ है। सरकार के प्रयासों से जैविक खेती का रास्ता खुला है और धीरे-धीरे प्रदेश की पहचान इस ओर बनेगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि किसानों के साथ सभी वर्गों के समुचित विकास के लिए कार्य सरकार ने किया है। कर्जमाफी के निर्णय से किसानों को बड़ी राहत पहुँचाई। इसके साथ ही राशन, हाफ रेट बिजली आदि योजनाओं के माध्यम से प्रदेश के विकास के लिए समुचित प्रयास किया।
इस दौरान अपने संबोधन में जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आम जनता के बुनियादी महत्व के सभी विषयों पर राहत पहुँचाई है। तेजी से विकास किया है और सभी वर्गों के विकास की चिंता की है। उन्होंने कहा कि चाहे कर्ज माफी हो या सबको राशन देने की बात हो, शासन की योजनाएं सबके दिल को छू लेने वाली हैं।
इस दौरान पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अहिवारा को पूर्ण तहसील का दर्जा दिलाया। नंदिनी-जामुल रोड का भूमिपूजन हुआ। यहां 15 अक्टूबर के बाद काम हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सबको बुनियादी सुविधाएं देने के लिए सरकार संकल्पित है। उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने इस अवसर पर कहा कि उच्च शिक्षा के लिए तेजी से कार्य शासन द्वारा किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में नागरिक आवश्यकताओं के मुताबिक नये कालेज आरंभ किये गये हैं। इस मौके पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने प्रतिवेदन पढ़ा और अहिवारा में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी दी।
सर्किट हाउस का लोकार्पण- मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सर्किट हाउस का लोकार्पण भी किया। इसकी लागत 1 करोड़ 30 लाख रखी गई है।