उबड़ खाबड़ सड़क से रीढ़ की हड्डी को पहुंच रहा नुकसान: Damage to spinal cord due to rough road
दुर्घटना ही नहीं शारीरिक व्याधि भी दे रही फोरलेन
दुपहिया वाहन चालकों में बढ़ी कमर दर्द की शिकायत
भिलाई। उबड़-खाबड़ फोरलेन सड़क से लोगों के रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंच रहा है। जर्जर हो चुकी फोरलेन सड़क केवल दुर्घटना ही नहीं बल्कि इसमें वाहन लकर चलने वालों को शारीरिक व्याधि भी दे रही है। फ्लाई ओव्हर निमाण शुरू होने के साथ वाहन चालकों में कमर दर्द की शिकायत का बढऩा इसका प्रमाण माना जा रहा है।
रायपुर- दुर्ग फोरलेन सड़क पर 4 फ्लाई ओव्हर का निर्माण कुम्हारी से सुपेला के बीच चल रहा है। इसके चलते सड़क का रखरखाव नहीं हो पाने से जगह-जगह खतरनाक गड्ड्डढे बन आये हैं। इन गड्ढों के चलते केवल जानलेवा दुर्घटना की आशंका बनी हुई है, बल्कि दुपहिया वाहन चालकों के रीढ़ की हड्डी को भी नुकसान पहुंच रहा है।
फोरलेन सड़क पर रायपुर से भिलाई-दुर्ग के बीच प्रतिदिन दुपहिया वाहन में आवाजाही करने वालों के मुताबिक कमर में दर्द की परेशानी दिन ब दिन बढ़ती जा रही है चिकित्सकों को दिखाने पर रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंने का पता चल रहा है। गौरतलब रहे कि फोरलेन सड़क पर सुपेला, पावर हाउस, डबरापारा और कुम्हारी में चार जगहों पर फ्लाई ओव्हर निर्माण चल रहा है। जहां जहां पर फ्लाई ओव्हर निर्माण चल रहा है, उसके दायरे में सड़क की हालात बेहद खराब है। सुपेला चौक से लेकर चंद्रा-मौर्या चौक होकर तीन दर्शन मंदिर तक सड़क के दोनों ओर जानलेवा गड्ढे बने हुए हैं। इन गड्ढों पर वाहन हिचकोले खाते हैं जिससे सवार व्यक्ति के रीड़ की हड्डी पर जोर पड़ता है
ऐसी ही स्थिति पावर हाउस क्षेत्र में हाईवे रेस्टोरेंट से लेकर आईटीआई छात्रावास तक बनी हुई है। खुर्सीपार में अग्रसेन द्वार से लेकर डबरापारा पूल के बीच की सड़क पर भी अनगिनत गड्ढों के चलते छोटे चार पहिया और दुपहिया वाहन चालकों के रीढ़ की हड्डी पर विपरीत असर पड़ रहा है। कुम्हारी में बालाजी हास्पिटल से कृष्णा हास्पिटल के दायरे में यही समस्या बनी हुई है।
इसी कारण से हटाये गए थे ब्रेकर
यातायात को नियंत्रित करने पहले सड़कों पर स्पीड ब्रेकर बनाया जाता था। लेकिन इसके चलते रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचने का हवाला देकर लगाई गई याचिका पर बिलासपुर हाईकोर्ट ने प्रदेश भर की सभी सड़कों को ब्रेकरमुक्त बनाने का आदेश दिया था। इस आदेश का पालन फोरलेन सड़क सहित शहर के सभी अंदरुनी सड़कों पर करते हुए पहले से बनाए गए स्पीड ब्रेकर को तोड़ दिया गया था। इसके स्थान पर रम्बल स्ट्रीप बनाने के सुझाव को अमल में लाया गया।