मोहर्रम पर निकला ताजिया,कोरोना के कारण नही हुआ मातम,Tazia came out on Muharram, there was no mourning due to corona
भिलाई। बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार मोहर्रम के अवसर पर दुर्ग भिलाई से ताजिया तो निकली लेकिन कोरोना के गाईडलाईन के कारण इस साल मातमी जुलूस नही निकला हालांकि इस बार भी ताजिया और अखाड़े के साथ करतब देखने भीड़ भाड़ तो रही पर हर वर्ष की तुलना में काफी कम रहा। भिलाई ें जहां उतई, रिसाली, मरोदा, रूआबांधा, सुपेला, फरीदनगर, हाउसिंग बोर्ड, गफ्फार कालोनी, जब्बार कालोनी खुर्सीपार, जोन 1,2 एवं 3, न्यू खूर्सीपार सहित भिलाई के अन्य क्षेत्रों से ढोल और तासा के साथ ताजिया निकली। सभी ताजिया का मिलान सेक्टर 5 चौक पर हुआ वहां से रात्रि करीबी साढे दस 11 बजे सभी ताजियां वहां से रवाना होकर सेक्टर 6 जामा मस्जिद, जेपी चौक, सुपेला चौक होते हुए केम्प 1 के करबला पहुंचकर वहां फातेहा पढे। इसके अलावा लोगों ने जगह जगह ताजिये के पास भी फातेहा कराया एवं अपनी दुख तकलीफों को दूर करने के लिए ताजिया के नीचे से निकले और अमन शांति के साथ ही अपने और अपने परिवार के सेहत और तंदरूस्ती के लिए दुआऐ मांगी।
जुमे के नमाज के बाद पढे दुवाएं आशूरा
मोहर्रम के मौके पर शुक्रवार को जुमे के नमाज के बाद मस्जिदों और घरों में लोंगों ने दुआएं आशूरा पढा। यह दुआ पढने से साल भर लोगों की तन्दरूस्ती बनी रहती है, और हर दु:ख तकलीफो और बलाओं से लोग महफूज रहते है, इसके अलावा इस दुआ के पढने से इसकी बहुत सी फजीलते हैं।