रायपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद, सड़कों की सफाई-धुलाई करेंगी स्वीपिंग मशीनASI raped, burnt both legs of minor girl, Efforts to make Raipur a smart city, sweeping machines will clean the roads
राजधानी रायपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद एक बार फिर से तेज हो गई है। रैंकिंग बढ़ाने को लेकर नगर निगम ने एक और कदम बढ़ाया है। रायपुर की 45 प्रमुख सड़कों की सफाई के साथ-साथ धुलाई मैकेनाइज्ड स्वीपिंग मशीन से होने जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के मौके पर मुंबई की ठेका एजेंसी 23 अगस्त को रोड स्वीपिंग मशीन का डेमो करने जा रही है। इस हाइटेक सिस्टम से नगर निगम पर किसी तरह का अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं पड़ेगा।
इसके लिए पंद्रहवें वित्त आयोग ने इस कार्य के लिए नगर निगम रायपुर को अलग से एकमुश्त राशि मंजूर कर दी है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि झाड़ू से सड़क सफाई करने के दौरान धूल के कण पूरी तरह साफ नहीं होते थे, इस बात को ध्यान में रखते हुए शहर की 45 प्रमुख सड़कों को चिह्नांकित कर मैकेनाइज्ड सिस्टम से सड़क के साथ डिवाइडर, फुटपाथ की सफाई के साथ धुलाई भी साथ होगी ताकि धूल के कण हवा में न उड़ें।
हालांकि, चार साल पहले भी सरकार ने निगम को अनुदान में रोड स्वीपिंग मशीन की तर्ज पर छोटे रेडियस मशीन दिया था। कुछ साल तक इन मशीनों से सड़कों की साफ-सफाई की गई थी लेकिन बाद में यह योजना फेल हो गई थी।
चार गाड़िया रात में करेंगी सफाई
शहर में रोड स्वीपिंग की पांच गाड़ियां मुंबई की अनुबंधित कंपनी ग्लोबलाइज वेस्ट मैनेजमेंट एलएलपी एक-दो दिनों के भीतर लेकर यहां पहुंच जाएगी।एक गाड़ी रिजर्व में रहेगा, जबकि चार गाड़ियां सप्ताह में तीन दिन एनजीटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार वायु प्रदूषण से बचाते हुए रात से लेकर सुबह होने से पहले सड़कों की सफाई, धुलाई पूरी कर लेगी। स्वीपिंग मशीनों के अलावा दो जेंटिंग मशीन से पानी का स्प्रे किया जाएगा। अनुबंध के हिसाब से एक-एक गाड़ी आठ-आठ घंटे काम करेगी। प्रत्येक गाड़ी में एजेंसी के ही 20-20 सफाई कर्मचारी रहेंगे। ये कर्मचारी फुटपाथ भी साफ करेंगे।
हर महीने 92 लाख खर्च
पहली बार सिटी सेनिटेशन में नगर निगम ने दो लेन, फोर लेन, सिक्स लेन की सड़कों को मशीन से सफाई कराने ठेका दिया है। इसमें 85 किलोमीटर के दायरे तक मुख्य मार्ग की सड़कों को शामिल किया गया है।रायपुर नगर निगम ने चार साल के लिए मुंबई की कंपनी ग्लोबलाइज वेस्ट मैनेजमेंट एलएलपी से करार किया है। हर माह मशीन से सड़क की सफाई कराने पर नगर निगम करीब 92 लाख रुपये भुगतान ठेका एजेंसी को करेगा।
20 टन से ज्यादा धूल
शहर के मुख्य मार्गों से लेकर छोटी सड़कों पर धूल की वजह से लोग रोज परेशान होते हैं। निगम की रिपोर्ट बताती है कि रोज 20 टन से ज्यादा धूल पूरी सड़कों पर फैली हुई है। इसलिए डंपिंग पाइंट पर ही उठाए गए धूल को डंप किया जाएगा। इससे किसी भी सड़कों पर अब धूल नजर नहीं आएगी।
इतना होगा खर्च
ए टाइप रोड- फोर लेन एक किमी के लिए हर महीने एक करोड़ 19 लाख 86 हजार रुपए।
बी टाइप रोड- टू लेन एक किमी सफाई पर 90 लाख रुपए का भुगतान प्रतिमाह?
सी टाइप रोड- फोर लेन से अधिक की सड़कें-एक किमी का दायरे में मशीन से सफाई पर खर्च एक करोड़ 50 लाख प्रतिमाह।