Uncategorized

तीन ट्रेन बंद हो जाने से सब्जी उत्पादकों को उठाना पड़ रहा है भारी नुकसान , Vegetable growers are facing huge losses due to the closure of three trains

ओडिशा और आन्ध्रप्रदेश भेजने पर किसानों और रेलवे को हो रहा था मुनाफा
मजबूरी में औने-पौने दाम पर लोकल मंडियों में पड़ रहा है सब्जी बेचना
भिलाई। भिलाई-दुर्ग से ओडिशा और आन्ध्रप्रदेश के लिए दुर्ग स्टेशन से छूटने वाली ट्रेनों को रेलवे द्वारा बंद कर दिये जाने से दुर्ग और रायपुर जिले के सब्जी उत्पादक किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इन ट्रेनों से सब्जी उत्पादन करने वाले किसान अपनी सब्जी को उडि़सा और आंध प्रदेश सब्जी भेजते थे क्योंकि उडि़सा और आंध्रप्रदेश में सब्जी भेजने पर सब्जी उत्पादक किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा था  इसके अलावा इन किसानों द्वारा सब्जी पार्सल करने से रेलवे को भी लाभ हो रहा था सब्जी को सड़क मार्ग से उडि़सा और आंध्र प्रदेश भेजना काफी मंहगा पड़ रहा है, इसके कारण अब यहां के किसानों को अपनी सब्जी को औने पौन दामों में लोकल मंडियों में खपाना पड़ रहा है,यदि नही खपायेंगे तो उनकी सब्जी खराब होगी तो और अधिक उनको नुकसान होगा।

ज्ञातव्य हो कि दुर्ग जिले में सब्जियों का उत्पादन रकबा काफी अधिक है। यहां के सब्जी उत्पादक किसानों के लिए ओडिशा और आन्ध्रप्रदेश राज्य में मुनाफे की दृष्टि से अच्छा खासा बाजार उपलब्ध है। सब्जियों की खेप ओडिशा व आन्ध्रप्रदेश भेजने पर जिले के किसानों को भरपूर मुनाफा मिलता है। दुर्ग से छूटने वाली तीन प्रमुख यात्री ट्रेनों दुर्ग-पुरी व दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस सहित दुर्ग से विशाखापट्टनम के बीच चलने वाली ट्रेनों में सब्जियों का पार्सल भेजते थे। लंबे समय से इन तीनों ट्रेनों का परिचालन बंद रखा गया है। दुर्ग से जगदलपुर के बीच सप्ताह में तीन दिन चलने वाली एक्सप्रेस ट्रेन महासमुंद रुट से ओडिशा के रायगड़ा व कोरापुट होकर राजधानी रायपुर को बस्तर से जोड़ती है। जबकि दुर्ग-पुरी एक्सप्रेस महासमुंद रुट में काटाबांजी, टिटिलागड़, बलांगीर और संबलपुर होकर गंतव्य की ओर जाती है। वहीं दुर्ग विशाखापट्टनम पैसेंजर श्रेणी की ट्रेन होने से हर छोटे बड़े स्टेशन पर रुकते हुए जाती है। इन तीनों ट्रेन में दुर्ग स्टेशन से सब्जियां ओडिशा व आन्ध्रप्रदेश के विभिन्न शहरों के लिए बुक होती है। उल्लेखनीय है कि ओडिशा और आन्ध्रप्रदेश में मांग के अनुरूप पैदावार कम होने से सब्जियों का दाम हमेशा आसमान छूता रहता है। लिहाजा वहां के कोचिया और कमीशन एजेंट दुर्ग जिले के सब्जी उत्पादक किसानों से संपर्क कर ट्रेनों के माध्यम से सब्जियां मंगाते रहे हैं। इसमें किसानों को भी अच्छा खासा मुनाफा मिलता है लेकिन तीन प्रमुख ट्रेनों का परिचालन बंद रहने से किसानों को मजबूरन अपनी फसल कम मुनाफा कमाकर लोकल मंडियों में भेजना पड़ रहा है।

Related Articles

Back to top button