चिटफंड कंपनियों में डूबे रकम की वापसी हेतु आवेदन जमा करने उमड़ रही भारी भीड़ , Huge crowd gathered to submit applications for refund of money sunk in chit fund companies

सोशल डिस्टेंसिंग के फरमान का लोग उड़ा रहे हैं धज्जियां
भीड़ को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं
दुर्ग। जिला मुख्यालय के तहसील कार्यालय में इन दिनों उमड़ रही बेहिसाब भीड़ और लोगों द्वारा मास्क नही पहनने से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के फरमान की उड़ रही धज्ज्यिों से कोरोना के तिसरी लहर आने की आशंका बनने लगी है। यह भीड़ चिटफंड कंपनियों में डूबे रकम की वापसी के लिए आवेदन जमा करने वालों की है। निवेशकों की इस भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग के फरमान की धज्जियां उड़ रही है।
ज्ञातव्य हो कि शासन के आदेश पर चिटफंड कंपनियों में डूबे रकम की वापसी के लिए निवेशकों से निर्धारित प्रारुप में आवेदन लिए जा रहे हैं। जिला मुख्यालय सहित पाटन व धमधा ब्लॉक मुख्यालयों में भी आवेदन जमा करने की सुविधा देते हुए अंतिम तारीख 20 अगस्त तक बढ़ा दी गई है। बावजूद इसके आवेदन जमा करने वाले निवेशकों की भीड़ अनियंत्रित तरीके से उमड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि चिटफंड कंपनियों ने भिलाई दुर्ग शहरी क्षेत्र के लोगों को लुभावने वायदे के साथ अपना शिकार बनाया है। अपने कंपनियों ने भिलाई और दुर्ग में अपना कार्यालय खोलने के बाद स्थानीय बेरोजगारों को एजेंट बनाकर लोगों से भविष्य में बेहतर वापसी का भरोसा देकर रकम का निवेश कराया। लेकिन परिपक्वता अवधि पूरी होने या उससे पहले ही कंपनियां बोरिया बिस्तर समेटकर भाग निकली। इसके बाद निवेशकों के साथ ही पुलिस के निशाने पर सामान्य वेतन और कमीशन में काम करने वाले एजेंट आ गए। कईं एजेंट को जेल भी जाना पड़ा है।
चिटफंड कंपनियों द्वारा भिलाई दुर्ग को कार्यक्षेत्र बनाने में प्राथमिकता दी गई थी। इसी वजह से पीडि़तों की संख्या यहां पर काफी अधिक है। दुर्ग तहसील कार्यालय में डूबी हुई रकम के वापसी की उम्मीद के साथ आवेदन जमा करने वालों की उमड़ रही भीड़ से यह साफ पता चल रहा है। लेकिन इस भीड़ को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम या कोशिश नहीं किया जा रहा है। सख्ती नदारद रहने से आवेदन जमा करने वाले निवेशक न तो मास्क पहनने को लेकर सतर्क हैं और न ही शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण की धीमी पड़ चुकी रफ्तार के फिर से तेज होकर तिसरी लहर के रूप में वापसी की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
लंबी कतार से आवागमन बाधित
तहसील कार्यालय दुर्ग में आवेदन जमा करने वाले निवेशकों की लंबी कतार के चलते आवागमन बाधित हो रहा हैण् वहीं अन्य कामकाज के सिलसिले में आने वालों को भी दिक्कत हो रही हैण् भीड़ से बचने अनेक लोग कार्यालय खुलने से पहले कतार में खड़े हो रहें हैंण् दोपहर तक लोगों की कतार तहसील कार्यालय से पटेल चौक के पास तक पहुंच रही है। इससे सड़क पर आवागमन बार बार बाधित हो रहा है। बताते हैं प्रतिदिन औसतन 3 हजार के करीब लोग आवेदन जमा करने दुर्ग तहसील कार्यालय पहुंच रहे हैं। लोगों की संख्या को कम करने ब्लॉक मुख्यालय में भी आवेदन लिए जाने की व्यवस्था बना दी गई है।