भगवान जगन्नाथ की निकली शोभा यात्रा, बड़ी संख्या में उडिय़ा समाज के लोग हुए सम्मिलित़
पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय द्वारा छेरा-पंहरा कार्यक्रम सम्पन्न
भिलाई। जगन्नाथ समिति के तत्वाधान में सेक्टर-4, बोरिया मार्केट स्थित जगन्नाथ मंदिर से भगवान श्री जगन्नाथ स्वामी जी की रथयात्रा निकाली गयी। रथ सेक्टर-4 के श्री जगन्नाथ मंदिर से निकलकर सेन्ट्रल एवेन्यू होते हुए सेक्टर-10 के भव्य गुण्डिचा मंडप में पहुँची।
छेरा-पंहरा सम्पन्न
भगवान श्री बलभद्र, माता सुभद्रा तथा महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी के विग्रह को पंहडी करते हुए काष्ठ निर्मित सुन्दर व भव्य रथ पर लाया गया । इस वर्ष रथयात्रा के दौरान रथ के समक्ष परम्परा अनुसार छेरा-पंहरा कार्यक्रम, मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय, द्वारा सम्पन्न किया गया। पुरी में यह परम्परा पुरी के महाराज सम्पन्न करते है। छेरा-पंहरा के पश्चात भक्त जनों ने ‘जय जगन्नाथ’ के उद्घोष के साथ रथ खींचना प्रारंभ किया। इस अवसर पर विषिष्ट अतिथि के रूप में संयंत्र के कार्यपालक निदेशक वित्त एवं लेखा बी पी नायक, कार्यपालक निदेशक (खदान एवं रावघाट) मानस बिस्वास, एम्स भुवनेश्वर के एडिशनल प्रोफेसर डॉ मनोज मोहंती, अध्यक्ष विरेन्द्र सतपथी व महासचिव सत्यवान नायक विशेष रूप से उपस्थित थे।इस अवसर पर रथ निर्माणकर्ताओं का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष विरेन्द्र सतपथी व महासचिव सत्यवान नायक सहित समिति के पदाधिकारी सर्वश्री बसंत प्रधान, डी त्रिनाथ, अनाम नाहक, वृंदावन स्वांई, भीम स्वांई, त्रिनाथ साहू, सुषांत सतपथी, बीसी बिस्वाल, कालू बेहरा, निरंजन महाराणा, रंजन महापात्र, एस सी पात्रो, बीसी केषन साहू, कवि बिस्वाल, संतोष दलाई, रवि स्वाईं, कैलाश पात्रो, रमेष कुमार नायक, सीमांचल बेहरा, संतोष दलाई, प्रकाष स्वांई, एस दलाई,एस डाकुआ, रविन्द्र राउल विषेष रुप में उपस्थित थे।
भक्ति के धुन में नाचते-गाते भक्त
झांझ, मंजीरे, ढ़ोल, मृदंग बजाते कीर्तन दल तथा भक्ति संगीत के धुन में नाचते-गाते भक्त जनों ने भाव विभोर होकर रथ खींचा। सेन्ट्रल एवेन्यु में महाप्रभु के दर्शन व पूजा अर्चना हेतु हजारों की संख्या में श्रद्धालु सडक़ के दोनों ओर खड़े थे। महाप्रभु का रथ सेन्ट्रल एवेन्यु में पहँुचते ही रथ खींचने व दर्शनार्थ भारी संख्या में लोग उमड़ पड़े। उड़ीसा बलांगीर से आये दुलदुली वाद्य व नृत्य विशेष आकर्षण का केन्द्र बना।
अन्न व गजामूंग प्रसाद का वितरण
इस पूरे यात्रा के दौरान अन्न प्रसाद व गजामूंग के प्रसाद का वितरण किया गया व विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग संस्थाओं व समाज द्वारा रथ का भव्य स्वागत किया। विभिन्न स्थानों पर पंडाल लगा कर श्रद्धालुओं को भोग व शर्बत आदि का वितरण किया गया। रथ का संचालन वृंदावन स्वांई व विदेषी बिस्वाल,संतोष दलाई, द्वारा किया गया। 7 मिलियन टन चौक पर से.-6 व से-4 के रथों का मिलन हुआ तथा दोनों के पुजारियों व पदाधिकारियों ने एक-दूसरे के रथ पर जाकर भगवान की पूजा अर्चना की। रथ यात्रा के विभिन्न पूजा कर्म पण्डित सर्वश्री पितवास पाढ़ी, नीलांचल दास, तथा रंजन महापात्र द्वारा विधि विधान से सम्पन्न किया गया।