भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव ने डॉ. रमन सिंह का खोल दिये पूरा पोल Bhilai MLA Devendra Yadav has opened the entire poll of Dr. Raman Singh

भिलाई/ भिलाई विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता देवेन्द्र यादव ने चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज ग्राम कचांदुर जिला दुर्ग को लेकर एक अंग्रेजी अख़बार द्वारा छापी गयी खबर को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा लगाया गया आरोप पूर्णत: निराधार बताते हुए डॉ. रमन सिंह द्वारा अपने परिवार के लोगों और रिश्तेदारों को कैसे लाभ पहुंचाया है, उनकी पूरी पोल खोलकर रख दिया। यादव ने कहा कि सूपा बोले तो बोले छलनी भी बोल रही है जिसमें पूरा छेद ही छेद वाली कहावत लागू होता है। मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए वे सत्ता में रहकर क्या क्या पाप किये है। इस समय तो उन्हें सोचना चाहिए कि आखिर जनता ने भाजपा को पूरी तरह क्यों हराया? इस समय तो डॉ. रमन को अपने किये हुए पापों का प्रयश्चित करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि चंदूलाल मेडिकल कॉलेज दुर्ग संभाग की एक महत्वपूर्ण संस्था है जो कि एक निजी संस्था के रूप में सन 2013 में 150 सीटों के साथ प्रारंभ की गई थी। जिसे 750 बेड कैपेसिटी के साथ सर्वसुविधायुक्त बनाया गया था और मेडिकल काउंसिंल ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त हुई थी। किंतु आर्थिक कारणों से यह संस्था बेहतर ढंग से संचालित नहीं हो सकी और इसकी मान्यता रद्द कर दी गई। इससे 300 से अधिक मेडिकल स्टूडेंट्स के भविष्य समेत दुर्ग संभाग के आम जन मानस हेतु एक सर्व स्वास्थ्य सुविधा युक्त मेडिकल कॉलेज के विकल्प अधर में अटक गया। यादव ने कहा कि आज उक्त मेडिकल कॉलेज भवन की महत्ता कोविड काल में सभी ने देखी कि किस प्रकार जिला प्रशासन द्वारा उसे अधिकृत करते हुए 600 से अधिक बेड की व्यवस्था की जहां 5000 से अधिक मरीजों का इलाज संभव हो सका।
यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह एक ऐसे व्यक्ति हैं। जिन्होंने 15 सालों तक छत्तीसगढ़ में कुनबावाद चलाया और छत्तीसगढ़ की जनता के साथ कुठाराघात किया है। यह वही रमन सिंह हैं जिन्होंने नियमों को ताक में रखते हुए अपने दामाद पुनीत गुप्ता को डीकेएस अस्पताल का अधीक्षक बनाया और उस पुनीत गुप्ता ने 50 करोड़ से अधिक की हेराफेरी की। डॉ रमन सिंह के पुत्र अभिषेक सिंह का पनामा पेपर्स में नाम लीक हुआ जिनके नाम पर करोड़ो रूपये विदेशी बैंकों में जमा है। डॉ रमन सिंह ने अपनी बेटी अस्मिता सिंह गुप्ता को राज्य सरकार के कोटे से डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया का सदस्य बनाया। डॉ रमन सिंह ने अपने समधी जीबी गुप्ता को आयुष विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया। राज्य के कोटे से मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का सदस्य बनाया। एग्जीक्यूटिव काउंसिल का सदस्य बनाया। डॉ रमन सिंह ने अपने समधी के छोटे भाई डॉ एसआर गुप्ता को छग विवि नियामक आयोग का सदस्य बनाया। अपने साले संजय सिंह को पर्यटन निगम मंडल में उप महाप्रबंधक बनाया। अपने बहनोई सिद्धार्थ सिंह को भाजपा प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया। अपने ममेरे भाई सचिन बघेल को राजनन्दगांव जिला सहकारी बैंक का अध्यक्ष बनाया। अपने भांजे विक्रांत सिंह को दुबारा खैरागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष बनाने विरोधी प्रत्याशी का नामांकन रद्द करवाकर निर्विरोध अध्यक्ष बनाया।
आज डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री के ऊपर परिवार वालो को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं। सूप बोले तो बोले चलनी भी बोले छेद है कहावत को चरितार्थ करते डॉ रमन सिंह को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है। इस समय रमन सिंह को दूसरों पर आरोप लगाने के बजाय अपने पापों का प्रायश्चित करना चाहिए।
सीएम मेडिकल कॉलेज से मुख्यमंत्री के परिवार का कोई लेना देना नहीं
विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा कि स्व चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज से बघेल के परिवार का कोई लेना देना नहीं है और इस फैसले से कोई आर्थिक लाभ संस्था को नहीं होना है। यह निर्णय केवल और केवल जनभावनाओं को देखते हुए छत्तीसगढ़ के छात्रों के भविष्य को देखते हुए लिया गया है। उक्त मेडिकल कॉलेज को यदि शासन अधिकृत करती है तो छत्तीसगढ़ शासन को आधे से भी कम व्यय में एक सर्वसुविधायुक्त मेडिकल कॉलेज मिलेगा जिसका लाभ सीधे-सीधे जनता को होगा और छत्तीसगढ़ को सरकार द्वारा संचालित एक नया मेडिकल कॉलेज मिलेगा। लेकिन भारतीय जनता पार्टी और उनके नेताओं को इसमें व्यक्तिगत लाभ नजर आता है जबकि अब तक इसका विधेयक की पटल पर नहीं आया। मुख्यमंत्री के यह फैसला दुर्ग संभाग क्षेत्र की लाखो जनता के लिए महत्वपूर्ण है। एक तरफ जहां भाजपा की केंद्र में बैठी मोदी सरकार सरकारी उपक्रमो को धड़ल्ले से बेचने का काम कर रही है। वहीं इसके विपरीत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार नगरनार जैसे प्लांट का खरीदने की बात कहती है। चंदूलाल चंद्राकर कॉलेज को खुद संचालित करने की बात कहती है। हमारा लक्ष्य छत्तीसगढ़ की जनता के साथ न्याय करना है जो कि भाजपा के तमाम षडयंत्रो और रुकावटों के बावजूद सफल होकर रहेगा।