बड़ी संख्या में शिविर में पहुंच रहे हैं पट्टाधारी, पट्टा नवीनीकरण के लिए लोग

मृतक पट्टाधारी के वारिसानों की पहचान पार्षद व पांच लोगों से करायी जाएगी
दुर्ग ! पट््टा नवीनीकरण के लिए आज तीन स्थानों पुरानी गंजमंडी के पीछे, सामुदायिक भवन, शास. जे0आरडी स्कूल, और घासीदास वार्ड में अम्बेडकर भवन में लगाया गया। शिविर में पट्टा नवीनीकरण का महापौर श्रीमती चंद्रिका चंद्राकर द्वारा निरीक्षण कर अधिकारियों को पट्टा नवीनीकरण के लिए आवश्यक निर्देश दिये। वहीं एसडीएम खेमलाल वर्मा द्वारा मौका निरीक्षण किया गया। उन्होंने अधिकारियों को पट्टा नवीनीकरण के लिए मूलभूत जानकारी दिये। निरीक्षण के दौरान महापौर श्रीमती चंद्राकर के साथ पार्षद ममता देवांगन तथा एसडीएम के साथ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग कलेक्टर एवं निगम आयुक्त अग्रहरि के निर्देशानुसार आजाद वार्ड, मीलपारा वार्ड, कचहरी वार्ड, और गुरुघासीदास वार्ड के पट्टाधारियों 1984 के पट्टों का नवीनीकरण करने शिविर लगाया गया था। शिविर में आज केवल 16 आवेदन नवीनीकरण के लिए प्राप्त हुआ है। जिसमें मीलपारा वार्ड में निरंक है। पार्षद से मिली जानकारी अनुसार मिल पारा वार्ड में 1984 के पट्टो का नवीनीकृत पट्टा का वितरण किया जा चुका है। जबकि कचहरी वार्ड से 11 और आजाद वार्ड से 5 आवेदन नवीनीकरण के लिए प्राप्त हुये है। नजूल विभाग से मिली जानकारी अनुसार दुर्ग शहर में कुल 2402 पट्टों का वितरण 1984 में 30 वर्षो के लिए किया गया था। उनकी समय सीमा समाप्त होने के बाद पट्टों का नवीनीकरण किया जाना प्रस्तावित है। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार पट्टा नवीनीकरण के लिए सर्वे कराया गया था। जिसमें 223 पट्टाधारियों का भौतिक सत्यापन नहीं हो पाया, ये सभी पट्टाधारी मौके पर नहीं मिले। वहीं विवादित, खरीदी बिक्री के कारण 461 पट्टा निरस्त हो गये हंै। जबकि विभिन्न वार्डो के 740 पट्टों का नवीनीकृत कर वितरण किया जा चुका है। विभाग अधिकारी ने बताया सर्वे के बाद कुल 1775 पट्टों को नवीनीकरण के लिए केस बनाया गया था। उन्होंने बताया बहुत से पट्टों में विवाद होने के कारण प्रकरण निरस्त किया गया है तथा बहुत से पट्टाधारियों द्वारा दस्तावेज, आधार कार्ड आदि जमा नहीं करने के कारण नवीनीकरण कार्य रुके हुये हैं।
इस संबंध में एसडीएम श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि शिविर में मूलपट्टाधारी के आने पर उसकी पहचान कर उनके पट्टों का परीक्षण व मौका निरीक्षण सत्यापित कर नवीनीकरण के लिए प्रकरण प्रस्तुत करें। यदि मूल पट्टाधारी मृत हो गया है तो उनके वारिसानों की वंशावली तैयार करें, और उनकी पहचान वार्ड पार्षद के साथ उस मोहल्ले के पांच प्रमुख लोगों का गवाह के रुप में करायें। तथा इस संबंध में वारिसानों से शपथ पत्र लेकर उनकी सहमति से संयुक्त नाम से पट्टा नवीनीकरण किया जावे। शिविर में सहा0 अभियंता जितेन्द्र समैया, सहा0 राजस्व निरीक्षक गौकरण सोनी, ईश्वर वर्मा, मनोज मनहरे, रामखिलावन शर्मा, रवि मिश्रा, एवं जिला प्रशासन नजूल विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।