पिछले 24 घंटे में कोरोना के 12,818 नए केस, 122 मौतें, डरा रहा पॉजिटिविटी रेट……पढ़े आगे खबर..पिछले 24 घंटे में कोरोना के 12,818 नए केस, 122 मौतें, डरा रहा पॉजिटिविटी रेट……पढ़े आगे खबर..12,818 new cases of corona, 122 deaths, scare positivity rate in last 24 hours…… read further news…

तिरुवनंतपुरम. केरल में गुरुवार को कोरोना वायरस के 12,818 मामले (Kerala Coronavirus Cases) सामने आए हैं. वहीं राज्य में बीते 24 घंटे में 122 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. लेकिन जो सबसे परेशान करने वाली बात है वो राज्य में कोविड पॉजिटिविटी रेट जो कि 12.38 फीसदी है. केरल में इसके एक दिन पहले केरल में पिछले 45 दिनों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे. राज्य में बुधवार को कोविड-19 के 17,481 नए मामले सामने आए और 105 मरीजों की मौत हो गई.
केरल में कोविड पॉजिटिविटी रेट के चलते प्रशासन की चिंताएं बढ़ी हुई हैं. देश में सक्रियता दर 2.41 फीसदी है. सक्रियता दर में बनी हुई इस बढ़ोतरी को देखते हुए केरल सरकार राज्य में बड़े पैमाने पर टेस्टिंग अभियान की भी शुरुआत करने जा रही है. बढ़ते मामलों को देखते हुए केरल में वीकेंड पर यानी 24 और 25 जुलाई को संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया है.
प्रतिबंधों में फिलहाल ढील नहीं
केरल सरकार ने कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंध और मौजूदा श्रेणी-वार छूट जारी रहेगी और कोई अतिरिक्त छूट नहीं दी जाएगी. सरकार ने कहा कि नागरिकों के जीवन के अधिकार और वायरस के प्रसार को रोकने पर ध्यान देने के लिए राज्य को दिए गए उच्चतम न्यायालय के निर्देश के कारण यह फैसला किया गया.
20 जुलाई के अपने आदेश में, राज्य प्रशासन ने कहा कि 24 जुलाई और 25 जुलाई को पूर्ण लॉकडाउन रहेगा. इस अवधि में सप्ताहांत पर पहले चरण के लॉकडाउन के दौरान जारी किए गए दिशानिर्देश ही लागू रहेंगे.
आदेश के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग को जांच में संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक वाले जिलों पर विशेष ध्यान देने के साथ शुक्रवार (23 जुलाई) को तीन लाख जांच के साथ एक सामूहिक जांच अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है. उसमें कहा गया, “इसके अलावा, महामारी की प्रभावी रोकथाम के लिए दैनिक जांच की संख्या को भी तुरंत व्यापक क्षमता तक बढ़ाया जाएगा
गौरतलब है कि मंगलवार को, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि पहले से लागू कोविड-19 प्रतिबंध एक और सप्ताह तक जारी रहेंगे क्योंकि औसत जांच संक्रमण दर अभी भी 10 प्रतिशत से ऊपर है.