छत्तीसगढ़रायपुर

मेंटेनेंस के नाम पर खानापूर्ति लाखों रुपए हो रहे हैं खर्च फिर भी कारखाना हो रहा है जर्जर कारखाना की जर्जर होने से कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा – सुनील केशरवानी

शक्कर कारखाना में श्रमिकऔर किसानों का हो रहा है शोषण – सुनील केशरवानी

चुनाव से पहले कैबिनेट मंत्री अकबर भाई और प्रभारी मंत्री टी एस सिंह देव जी ने मजदूरों को नियमितीकरण का वादा किया था उसे पूरा करे – सुनील केशरवानी

बीजेपी और कांग्रेस यहां की हालात के जिम्मेदार है इस वजह से यहां के श्रमिक और किसानों की चिंता नही -सुनील केशरवानी
जनता कांग्रेस मांग करती है सभी मांगों को पूर्ण किया जाए और भ्रष्टाचारी , अधिकारी जनप्रतिनिधियों पर कार्यवाही की जाए -सुनील केशरवानी

किसान और शेयरधारकों को 2 वर्ष से नहीं मिला शक्कर -सुनील केशरवानी

20 वर्ष होने के बाद भी रिक्त पद अभी तक नहीं भरे जा सके हैं इन पद के विरुद्ध जो ठेके में या सुविधा में श्रमिक है उन्हें उनके पद के स्वीकृत वेतन नहीं मिलता 2014 में श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं एवं मांगों पर प्रबंधन और यूनियन के बीच सहमति से प्रस्ताव बना था उस पर उस पर अमल नहीं हो रहा है 2012-13 में श्रमिक के प्रति वर्ष ₹500 का एक क्रीम मैन किया गया जिसे सिर्फ 2 वर्ष लागू हुआ अब बंद है उसे चालू करे बाकी वर्षों की राशि एरियस के रूप में दिया जाए इन्हें वेतन के लिए भी प्रति माह भटकना पड़ता है एक निश्चित तारीख तक इन्हें वेतन दिया जाए

कारखानों में रिक्त पदों की पूर्ति शीघ्र किया जाए ,जितने भी पद रिक्क्त है उसमें यहां के जिलावासियों और कार्यरत श्रमिको को प्राथमिकता दिया जाए

कवर्धा – रामहेपुर स्थित शक्कर कारखाना में कार्यरत श्रमिक और किसान की समस्या को लेकर जनता कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुनील केसरवानी और उनकी टीम ने जाकर शक्कर कारखाना की समस्याओं को देखा और वहाँ श्रमिको से चर्चा किया जिला अध्यक्ष सुनील केसरवानी ने बताया कि वर्ष 2003 में राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी जी ने कबीरधाम जिले के किसान और युवाओं की जीवन को खुशहाल बनाने के लिए सिर्फ 11 माह में शक्कर कारखाना की बुनियाद रखी और उसका उद्घाटन किया आज 18 वर्ष हो रहे हैं जिस मंशा से जोगी जी ने निर्माण कराया ठीक उसके विपरीत यहां की स्थिति हो गई है बीजेपी ने 15 वर्ष तक पूर्ण रूप से इसे खोखला किया अब कांग्रेसी उसे और खोखला कर रही है इस बीच बहुत सारे भ्रष्टाचार हुए लेकिन कार्यवाही नही हुई ।अजीत जोगी जी को दोबारा मुख्यमंत्री बनने का मौका मिलता तो निश्चित ही यहां पर एक और प्लांट इसी स्थान पर लग जाता , श्रमिक किसान को इतना भटकने की जरूरत नहीं होता और अभी तक बहुत कुछ हो जाता । आज कांग्रेस के 2 वर्षों में किसान और शेयरधारकों शक्कर नहीं मिल रहा है , अब कांग्रेसी भी बीजेपी की शासन की तरह मेंटेनेंस के नाम पर खानापूर्ति कर रहे है कारखाने की छत उड़ चुकी है कारखाने का मुख्य केंद्र बायलर और जहां बिजली उत्पादन होता है वहाँ की छत की लोहे की पट्टी कमजोर हो गयी है मशीनो में प्राइमर पेंट नहीं लगने की वजह से जंग लग गए है जिसकी वजह से कमजोर हो गए हैं । चुना खुली छत के नीचे है जिसकी वजह से खराब हो गए हैं ,मुलासिस में भ्रष्टाचार हुआ है केमिकल बेवजह बहा दिए गए हैं शुगर बनाने में उपयोग होने वाले गंधक सल्फर 3 वर्षों से डम करके रखा गया है जिस की वैलिडिटी भी समाप्त हो चुका होगा । श्रमिकों को वेतन निश्चित समय में नहीं मिल रहा है । श्रमिक यूनियन और प्रबंधन के बीच 2014 में प्रस्ताव पारित हुए थे जिसमें अनेक मांग और समस्या थी जिस पर अमल अभी तक नहीं हो रहा है श्रमिकों के वेतन में प्रति वर्ष 500 इंक्रीमेंट की बात हुई थी जो 2 वर्षों तक किया गया अब विगत 8 वर्षों से इंक्रीमेंट नहीं किया गया है । कांग्रेस जब विपक्ष में थी तो यहां के भ्रष्टाचार और समस्याओं को लेकर आंदोलन करके आवाज उठाती थी आज सत्ता में आने के बाद यहां की समस्याओं से बेखबर हो गई है चुनाव से पहले यहां के विधायक जो कैबिनेट मंत्री हैं अकबर भाई और यहां के अभी नए प्रभारी मंत्री टी एस सिंह देव जी आकर श्रमिकों से नियमितीकरण का वादा किया था उस वादे को भी यह भूल गए हैं प्रदेश उपाध्यक्ष धीरज सिंह और अजित जोगी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि चन्द्रवँशी ने कहा कि कांग्रेस बीजेपी दोनों को यहां के मुद्दे से कोई सरोकार नहीं है ना ही यह आवाज उठाएंगे और ना ही निराकरण करेंगे क्योंकि इसके जिम्मेदार यह दोनों पार्टियां है आने वाले दिनों में इन समस्याओं को पूर्ण नहीं किया गया तो जनता कांग्रेस द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा । इन समस्त समस्याओं को लेकर जिलाधीश और प्रबन्ध संचालक के नाम ज्ञापन सौंपा गया ।इस दौरान लोकसभा प्रभारी जयप्रकाश लोधी , बिहारी पटेल ,गणेश पात्रे, जेडी मानिकपुरी, रफीक खान जगदीश बंजारे, वसीम सिद्दीकी , राजा आफताभ खान ,खिलेशकान्त दोहरे,हीरों जांगड़े , ईशाक खान ,लालचंद साहू , दिनेश झारिया ,दिलीप सोनी ,केवल चन्द्रवँशी ,टिंकू जैन ,आकाश डहरिया ,अनिल निर्मलकर,रंजीत वर्मा ,नारायण साहू ,लिखन साहू ,वचनदास मानिकपुरी , भागवत पटेल,सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता थे ।

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