एक अगस्त तक पूरा करें स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम काॅलेज का काम-कलेक्टर। पुराने हाईकोर्ट भवन को काॅलेज के लिए किया जा उन्नयन। कलेक्टर एवं निगम कमिश्नर ने विभिन्न विकास कार्यों का किया निरीक्षण।

एक अगस्त तक पूरा करें स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम काॅलेज का काम-कलेक्टर। पुराने हाईकोर्ट भवन को काॅलेज के लिए किया जा उन्नयन। कलेक्टर एवं निगम कमिश्नर ने विभिन्न विकास कार्यों का किया निरीक्षण।
भूपेंद्र साहू।
ब्यूरो चीफ बिलासपुर।
बिलासपुर- अंग्रेजी माध्यम से उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले युवाओं को जल्द ही अंग्रेजी माध्यम महाविद्यालय की सौगात मिलने वाली है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के पुराने भवन में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय संचालन की घोषणा के बाद इसे काॅलेज के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। जिसके उन्नयन एवं नवीनीकरण के कार्यों का आज कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत के साथ निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सौरभ कुमार ने काॅलेज उन्नयन के सभी कार्यों को एक अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है ताकि शिक्षण सत्र में काॅलेज का संचालन किया जा सकें और छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिलें।
विदित है की स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श कालेज के अनुरूप इसे बनाने के लिए डीएमएफसी शासी निकाय ने पांच करोड़ रुपये की राशि का प्रविधान किया है।
शहर के बीचो-बीच स्थित पुराने हाई कोर्ट परिसर को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम कालेज के रूप में विकसित करने से युवाओं को सुविधा मिलेगी। काॅलेज के उन्नयन कार्य के तहत भवन का नवीनीकरण, रंग रोगन, क्लास रूम का निर्माण, लैब, लाइब्रेरी का निर्माण, विद्युत उपकरणों की फिटिंग और फर्नीचर के कार्य प्रमुख है। इसके लिए तीन एजेंसी कार्यरत है, सिविल वर्क बिलासपुर स्मार्ट सिटी द्वारा किया जा रहा है। विद्युतीकरण का काम पीडब्ल्यूडी एवं लैब तथा फर्नीचर आदिम जाति विभाग द्वारा किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर सौरभ कुमार ने सभी कार्यों को तीव्र गति से करते हुए एक अगस्त तक काॅलेज प्रबंधन को हैंडओवर करने के निर्देश दिए है।
तीव्र गति से करें सड़क का काम- कलेक्टर।।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने महावीर नगर चौक से उस्लापुर ओवरब्रिज तक बन रही नई सड़क का भी निरीक्षण किया। जिसके बाद ओवरब्रिज से सकरी तक सड़क चौड़ीकरण कार्य का भी जायजा लिया। निर्माण के दौरान राहगीरों को तकलीफ ना हो और ट्रैफिक में व्यवधान उत्पन्न ना हो, इसका ध्यान रखने के निर्देश दिए है। सभी निर्माणाधीन कार्यों को गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए।