रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले फरार आरोपी ने किया आत्म समर्पण
गर्लफ्रेण्ड का नाम सामने आते ही बदनामी से बचने बॉयफ्रेंड ने किया कोर्ट में सरेंडर
भिलाई / कोरोना महामारी के दौर में जहा जनप्रतिनिधियों को जनता की सेवा करनी चाहिए थी वही कथित कांग्रेसी नेता जावेद अली आपदा को अवसर मानते हुए जीवन रक्षक मानी जाने वाली रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के मामले में पिछले 7 दिनों से फरार थे, और पुलिस लगातार उनके ठिकानों पर दबिस दे रही थी, और जावेद अली राजनितिक सरक्षण में पुलिस को चकमा देकर बचते फिर रहे थे लेकिन पुलिस की जांच में जैसे ही जावेद अली की गर्लफ्रेंड का भी हाथ होने की जानकारी हुई, जावेद अली ने बदनामी से बचने खुद मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया । दुर्ग जिला न्यायालय की अनुमति से कस्टडी में लेकर पुलिस ने आरोपी से दो दिनों तक पूछताछ की । आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में उसके गर्लफ्रेंड का नाम न आए इस डर से सरेंडर किया हूँ । छावनी थाना पुलिस ने इस मामले में उसके साथी सलमान अली को पहले ही जेल भेज दिया था । थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी जावेद का मोबाइल और कार को जब्त किया गया । अभी पुलिस टीम उसके घर की तलाशी लेने गई हुई है! पुलिस का कहना है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन जावेद अली ने धमतरी की किसी लड़की से ख़रीदा था, इस पुरे मामले को लेकर अभी भी जावेद अली पुलिस को गुमराह करते दिखाई दे रहा है, क्योकि सूत्र बताते है कि जावेद अली सोसल मीडिया के माध्यम से अपने आपको लम्बे समय से इस तरह की गतिविधियों से जोड़कर रखा था, जगह जगह पर्चे चिपकाकर अपना प्रचार भी करता था, और एक नर्स को डॉक्टर बनाकर लोगो के सामने करता था और आपदा को अवसर बनाकर कई मरीजों से लाखों रूपये भी जावेद अली ने बटोरे है ! इस मामले को लेकर अगर पुलिस उन लोगो तक पहुचती है जिनको इन लोगो ने इलाज के नाम पर लुटा है तो और भी बड़े खुलासे होने की पूरी सम्भावना बनती है