क्षेत्र में अवैध शराबबिक्री व अपराधों को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल ने लगाया था आरोप क्षेत्रीय विधायक एवम संसदीय सचिव गुरुदयाल बंजारे की स्वीकारोक्ति के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल जी

पूर्व मंत्री ने प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि जो-जो अधिकारी, पुलिस विभाग के कर्मचारी,व अपने करीबियों के नाम व अपराध को संरक्षण देने वाले नेताओं का नाम सार्वजनिक करें विधायक जी
छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री दयालदास बघेल जी के द्वारा नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र व पूरे प्रदेश में अवैध शराब बिक्री,शराब के नाम पर दलाली,जुआ सट्टा का सभी प्रिंट मीडिया के माध्यम से आरोप लगाया गया था जिसको विधायक गुरुदयाल बंजारे के द्वारा हरिभूमि से बातचीत के दौरान स्वीकारा गया व कहा कि क्षेत्र बन चुका है अपराधों का हॉटस्पॉट आये दिन दलालो के द्वारा अवैध तरीके से शराब की बिक्री की खबर मिल रही है क्षेत्र के नवागढ़ थाना,नांदघाट थाना,मारो थाना,खंडसरा पुलिस चौकी, दाढ़ी थाना,में आये दिन अपराध हो रहें है
जिसको लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री के द्वारा कहा गया कि विधायक जी के द्वारा मेरे स्टेटमेंट देने के बाद इस मुद्दे को संज्ञान में लिया गया उसके लिए बहुत आभार पर मैं विधायक जी से यह पूछना चाहता हुँ की विधानसभा क्षेत्र में लगातार अपराधों का हॉटस्पॉट बन गया है रोज अवैध शराब का बिक्री हो रही है सरकारी शराब दुकान में खुलेआम नियमो का धज्जियां उड़ाते हुए ओपन लाइन लगाकर शराब बेचा जाना शराब बेचकर अवैध व्यापार पर अंकुश लगाने की कोशिश सरकारी ठेके पर ही खत्म वंही पर आमतौर पर सौ रूपये में मिलने वाली शराब के स्पाट पर ही तीन तीन सौ वसूले जा रहे हैं।निश्चित रूप से यह मान सकते है कि कांग्रेस नेताओं और अधिकारी व पुलिस विभाग का संरक्षण से आम जनता को दरकिनार करते हुए तानाशाही चलाई जा रही है संसदीय सचिव एवम क्षेत्रीय विधायक जी के द्वारा कुछ लोगो का नाम अधिकारियों का नाम अज्ञात रखा गया है विधायक जी सभी अधिकारियों का नाम सार्वजनिक करें और कानून की वर्दी ओढ़कर अपराध को संरक्षण देने वाले पुलिस विभाग के कर्मचारियों का नाम सार्वजनिक करें अभी हाल ही में कुछ दिन पहले विधायक के करीबी माने जाने वालों के द्वारा लगभग 10 लाख रुपये का नकली गोआ शराब का लोगो लगाकर शराब बेचने का प्रकरण सामने आया था जिसमे नवागढ़ थाना के टी आई अम्बर का नाम भी संरक्षण के लिए सामने आया था उस विषय मे क्या कार्यवाही के नाम पर लीपा पोती ही हुई इसका विवरण दे
कल विधानसभा क्षेत्र में ही गौ तस्करों का खेप पकड़ाया है ट्रक में कई मवेशि जिसको बूचड़खाना लेजाया जा रहा था वो पकड़ाए है जो क्षेत्र में गौतस्करों की सक्रीयता का प्रमाण हैं।आखिर किनकी सह पर ही ये घृणित काम हो रहे हैं। लगातार अवैध शराब,कोरेक्स, गांजा, इंजेक्शन, ड्रग,चरस,अफीम का काम कानून के रखवालो , नेताओ और अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा है। पुरे क्षेत्र में कांग्रेस नेता के करीबियों के द्वारा अवैध शराब बेचा जा रहा है। जनता सामने आ रही है तो उनको डराया धमकाया जा रहा है ।यह दुखद है नवागढ़ में विधायक के द्वारा डेढ़ एकड़ घास जमीन में निर्माण कार्य कराया जा रहा है हजारों ट्रीप अवैध मुरम मिट्टी से पाटकर अधिकारियों कर्मचारियों के नजर के सामने यह किसके संरक्षण में हो रहा है ।क्षेत्र की जनता विधायक जी से स्पष्ट रूप से जवाब चाहती है की कौन कौन अधिकारी,उनके करीबी नेता,पांचो थाने के पुलिस के भ्रष्ट कर्मचारी व क्षेत्र के सभी दलालों का नाम सार्वजनिक करें जनता जानना चाह रहीं है और उनपर बिना संरक्षण बनाये सख्ती से कार्यवाही करें। क्षेत्र में लगातार इस तरह का अपराध होना क्षेत्रीय विधायक का निष्क्रियता को दर्शाता है व प्रदेश के गृहमंत्री मुख्यमंत्री के आदेशों का धज्जियाँ उड़ाना विधायक के करीबियों व छूटभैय्या नेताओ के क्षेत्र भर में उगाही तानाशाही व अपराध और अपराधियों को संरक्षण करना प्रदेश के हाल को और मुख्यमंत्री के चाल को दर्शाता है
ईसी तरह बेलटुकरी गांव के तालाब के पट्टे को लेकर एक युवक के साथ मारपीट के बाद भी शिकायत के हफ्ते भर बाद भी नांदघाट पुलिस द्वारा कोई भी जांच कार्यवाही ना करना तथा उपर का दबाव भविष्य में बड़ी अप्रिय घटना का कारण ना बन जाये। इस संबंध में भी कलेक्टर साहब को अवगत कराने की बात श्री बघेल ने कही।
पूर्व मंत्री जी के ही गृह ग्राम कूंरा के पंचायत सचिव का कलेक्टर के अनुमोदन और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा जनवरी 30 को किए गये स्थानांतरण पर अमल नहीं होना और जिला कलेक्टर का साफ साफ दबाव बता देना क्षेत्र की राजनीतिक प्रदूषण को बता रहा है। पूर्व मंत्री दयालदास बघेल ने महासमुंद के महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी सुधाकर बोदले द्वारा भ्रष्टाचार की जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के बाद भी कलेक्टर द्वारा कार्यवाही न करने के कारण धरने पर बैठने की स्थिति आना संपूर्ण प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति का चित्रण है 20 लाख के भ्रष्टाचार की जांच के बाद कार्यवाही के स्थान पर लीपापोती और जांचकर्ता द्वारा धरने और अनशन पर बैठना तथा कार्यवाही की मांग करना यह स्पष्ट रूप से साफ करता है कि प्रदेश में भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप किस कदर हावी है पूर्व मंत्री ने सुधाकर बोदले जैसे कर्तव्यपरायण अधिकारियों के साथ खड़ा होने की बात भी की।और मुख्यमंत्री जी व गृहमंत्री जी यह सब मुद्दे को संज्ञान में लेकर विधायक जी के ऊपर निष्पक्ष रूप जांच कराए